भारतीय क्रिकेट टीम ने कप्तान रोहित शर्मा की अगुवाई में एक और जीत हासिल की है। गुरुवार को लखनऊ के इकाना स्टेडियम में खेले टी20 गए मैच में टीम इंडिया ने मेहमान श्रीलंका को 62 रनों से करारी शिकस्त दी है। हालांकि, टीम इंडिया को इससे भी बड़ी जीत हासिल होती यदि फील्डिंग का स्तर थोड़ा अच्छा होता। यही बात कप्तान रोहित शर्मा ने भी कही है।
दरअसल, टीम इंडिया ने लखनऊ में खेले गए पहले टी20 मैच में बड़ी जीत तो दर्ज की है। लेकिन, इस मैच में 3 कैच भी छूटे हैं। यानी कि, फील्डिंग भारतीय क्रिकेट टीम की सबसे बड़ी कमजोरी बनकर सामने आयी है। इसी मुद्दे को लेकर कप्तान रोहित शर्मा ने निराशा जताई है।
खराब फील्डिंग पर रोहित शर्मा ने जताई निराशा
गौरतलब है कि, वेस्टइंडीज के साथ हुई वनडे और टी20 सीरीज में भी भारतीय प्लेयर्स ने कई कैच छोड़े थे। और, अब श्रीलंका के विरुद्ध हुए पहले टी-20 मैच में वेंकेटश अय्यर, श्रेयस अय्यर और जसप्रीत बुमराह ने कैच छोड़े हैं। चूंकि, क्रिकेट में ‘पकड़ो कैच-जीतो मैच’ कहा जाता है। लेकिन, टीम इंडिया जिस तरह से कैच छोड़ रही है वह किसी अच्छी टीम की तरह तो बिल्कुल भी नहीं दिखाई देता है।
इसी सिलसिले में कप्तान रोहित शर्मा ने कहा है कि, ”इस मैच में कुछ कैच छूटे जो उम्मीद के हिसाब से बिल्कुल नहीं थे। इस पर, फील्डिंग कोच को मेहनत करने की जरूरत है। ऑस्ट्रेलिया में ऐसी फील्डिंग कोई भी देखना नहीं चाहेगा।”
ज्ञात हो कि, युवा वेंकटेश ऑल राउंडर वेंकटेश अय्यर ने तो श्रीलंकाई पारी के तीसरे ही ओवर में कैच छोड़ दिया था। इसके बाद, एक अच्छे फील्डर के रूप में पहचाने जाने वाले श्रेयस अय्यर के हाथों से भी एक कैच छिटक गया था। और, तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने भी एक कैच छोड़ा था।
वास्तव में, इस साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया में टी20 विश्वकप होना है। ऐसे में यह आवश्यक है कि, टीम इंडिया अपनी फील्डिंग के स्तर में सुधार करे। क्योंकि, किसी भी आईसीसी टूर्नामेंट का दवाब तो फील्डर्स पर होता ही है। इसलिए यदि वह इसी तरह कैच छोड़ते रहेंगे तो परिणाम भारतीय क्रिकेट टीम के पक्ष में आना बेहद मुश्किल हो जाएगा।