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वो 5 दिग्गज प्लेयर जिनका क्रिकेट करियर रहा शानदार, लेकिन विदाई नहीं हो सकी यादगार

किसी भी प्लेयर के लिए अपना पहला मैच हमेशा याद रहता है और वो अपना आखिरी भी मैच यादगार बनाना चाहता है, वो चाहता है कि कम से कम उसकी विदाई यादगार हो। लेकिन हर किसी के नसीब में ये नहीं होता। इस फेहरिस्त में कई ऐसे खिलाड़ी हैं जिनकी विदाई यादगार नहीं हो पाई या उनके मनमुताबिक नहीं हो सकी।

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1.) सौरव गांगुली:

सबसे पहले बात प्रिंस ऑफ कोलकाता यानि सौरव गांगुली की कर लेते हैं जिनका कैरियर शानदार रहा उन्होंने अपने पूरे कैरियर में कई उतार चढ़ाव देखे अच्छे से अच्छे गर्व करने लायक मौके भी देखे और शर्मनाक हार भी देखीं लेकिन उन्होंने कभी नहीं सोचा होगा कि उनके करियर का अंत इतना निराशाजनक होगा।

टीम इंडिया के सफलतम कप्तानों और दिग्गज प्लेयर में गिने जाने वाले सौरव गांगुली को इस बात का अफसोस हमेशा से है कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का फैसला गुस्से और जल्दबाजी में लिया। इस बात का जिक्र एक अखबार को दिए इंटरव्यू में किया जहां सौरव कहते हैं कि उन्हें साल 2008 में लिए गए संन्यास के अपने फैसले पर अफसोस होता है, क्योंकि उस वक्त उन्होंने गुस्से में आकर संन्यास का फैसला ले लिया था, जबकि वह दो-तीन साल और खेल सकते थे। दरअसल गांगुली के मन माफिक संन्यास ना लेने के पीछे एक बडी वजह उस वक्त टीम इंडिया के कोच ग्रेग चैपल से उनका विवाद भी था।

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2.) वीवीएस लक्ष्मण:

सौरव गांगुली की तरह ही वेरी वेरी स्पेशल यानि वीवीएस लक्ष्मण का पूरा कैरियर जितना शानदार रहा उतना संन्यास यादगार और मनमाफिक नहीं रहा। 18 अगस्त 2012 ही वो तारीख थी जब भारतीय टेस्ट टीम के सबसे अहम खिलाड़ी माने जाने वाले वीवीएस लक्ष्मण ने अचानक संन्यास लेकर सभी को हैरान कर दिया था।

हालांकि वीवीएस लक्ष्मण के मुताबिक उन्होंने यह फैसला अपने प्रदर्शन को देखते हुए लिया था, लेकिन उनके संन्यास के फैसले ने कई तरह के विवाद खुद व खुद जन्म लेने लगे।सभी के जहन में बस एक ही सवाल था कि आखिर लक्ष्मण को इस तरह संन्यास लेने के लिए किसने मजबूर किया होगा। अगर हम उस समय की खबरों पर गौर करें तो पाएंगे उन दिनों भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और लक्ष्मण के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा था।

3.) वकार यूनुस:

इस फेहरिस्त में एक पाकिस्तान प्लेयर भी है और वो नाम है वकार यूनुस का, वकार यूनुस पाकिस्तान के सबसे सफल गेंदबाजों में से एक रहे हैं। उनके नाम टेस्ट क्रिकेट में कई ऐसे रिकॉर्ड है, जो आज तक कोई नहीं तोड़ पाया। वह वनडे में भी 400 विकेट लेने वाले सबसे तेज युवा गेंदबाज बने थे।
वकार यूनुस ने जिंदगीभर भले नाम कमाया मगर क्रिकेट से अलविदा लेते-लेते एक दाग जरूर लगा लिया।

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दरअसल, पाकिस्तान के तेज गेंदबाज वकार बॉल टेंपरिंग में सजा पाने वाले पहले क्रिकेटर हैं। जिसके चलते वकार पर एक मैच का बैन लगा और साथ ही मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया।इसके बाद से ही वकार यूनुस का करियर ढलान पर आ गया और आखिर में उन्होंने भी संन्यास का फैसला ले लिया और वकार यूनुस के मन में भी यादगार विदाई की इच्छा दबी रह गई।

4.) एंड्रयू साइमंड्स:

इस लिस्ट में अगला नाम ऑस्ट्रेलिया से है जिसे दुनिया एंड्रयू साइमंड्स के नाम से जानती है। ऑस्ट्रेलियाई प्लेयर साइमंड्स ने महज 36 साल की उम्र में संन्यास का ऐलान कर दुनिया को चौंका दिया। साइमंड्स का करियर भी शानदार लेकिन विवादों से भी उनका दामन भरा रहा। एक बार साइमंड्स को इंग्लैंड में खेले गए ट्वेन्टी 20 वर्ल्ड कप के बीच से ही वापस ऑस्ट्रेलिया भेज दिया गया था क्योंकि वह शराब पर नियंत्रण नहीं कर पा रहे थे।

इससे पहले 2005 में भी शराब को लेकर साइमंड्स का विवाद हुआ था और उन्हें टीम से हटा दिया गया था। इतना ही नहीं साइमंड्स अपने पूरे क्रिकेट करियर के दौरान अजीबोगरीब विवादों में घिरे रहे। इन कई विवादों के बीच ही साल 2012 में साइमंड्स ने संन्यास का ऐलान कर दिया।

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5.) जैक्स कैलिस:

इस फेहरिस्त में आखिरी खिलाड़ी साउथ अफ्रीका से हैं जिनका नाम जैक्स कैलिस है जिनकी गिनती दुनिया के दिग्गज बल्लेबाजों में की जाती है। लेकिन कैलिस के भी क्रिकेट करियर का अंत उनके मनमुताबिक नहीं रहा और उनके ही क्यों हर क्रिकेटप्रेमी को लग रहा था कि कैलिस में अभी काफी क्रिकेट बाकी था।

कैलिस ने अपने संन्यास की घोषणा करते हुए कहा भी कि “मैंने श्रीलंका में महसूस किया कि वर्ल्ड कप में खेलने का मेरा सपना ब‌हुत दूर की बात है। इस दौरे से मुझे एहसास हुआ कि मेरा काम खत्‍म हुआ।” तो ये थे अलग-अलग देशों के ये वो 5 खिलाड़ी थे जिनका करियर शानदार रहा लेकिन उनकी विदाई यादगार नहीं बन सकी कुछ कसक सभी के मन में बाकी रह गई।

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