पहले के समय में हालात कुछ भी हों, टेस्ट मैच में बल्लेबाज कुछ सावधानी खेलने में बरतते थे। लेकिन अब ऐसा नहीं है। टी-20 क्रिकेट के आने के साथ ही इसका असर टेस्ट क्रिकेट (Test cricket) पर भी पड़ा है। हाल के महीनों में, हम टी-20 के कई बल्लेबाजों जैसे जॉनी बेयरस्टो और ऋषभ पंत को टेस्ट में अच्छा खेलते हुए देख चुके हैं। उधर ग्लेन मैक्सवेल भी ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट टीम में चुन लिए गए हैं। यह आश्चर्य की बात नहीं होगी अगर और कई खिलाड़ी टी-20 के रास्ते टेस्ट टीमों में अपनी जगह बनाने में सफल रहते हैं।
यह आज के समय में ज़रूरी है कि टेस्ट में टीमें आक्रामक क्रिकेट खेलें। अब जब टेस्ट में भी चैंपियनशिप होने लगी है, और हर मैच हारना या जीतना फाइनल में पहुंचने की आपकी उम्मीदों पर असर डाल सकता है, ऐसे खिलाड़ी ज़रूरी हो गए हैं जो कुछ ही देर में दूसरी टीम पर दबाव डाल सकें। इस आर्टिकल में हम आपके लिए 4 ऐसे ही खिलाड़ी लाये हैं, जो 20 ओवरों के बल्लेबाज हैं लेकिन जल्द ही टेस्ट में भी नज़र आ सकते हैं –
1.) सूर्यकुमार यादव (भारत)
सूर्यकुमार यादव टीम का हिस्सा थे जब भारतीय टीम ने 2021 में इंग्लैंड का दौरा किया था 5 टेस्ट मैच खेलने के लिए। इससे लगता है कि वे टीम के टेस्ट मैच की योजनाओं में हैं। टी-20 में वर्तमान में विश्व के सबसे अच्छे बल्लेबाजों में से एक, सूर्यकुमार यादव ने 77 प्रथम श्रेणी के मैच खेले हैं जिनमें उनका औसत 44 का है। भारत के लिए खेले 32 टी-20 मैचों में सूर्यकुमार लगभग 42 का औसत और 177 का स्ट्राइक रेट रखते हैं।
2.) लियाम लिविंगस्टोन (इंग्लैंड)
यह भी टी-20 के एक विशेषज्ञ बल्लेबाज हैं जिनको जल्द ही सफेद जर्सी में भी देश के लिए खेलते देखा जा सकता है। केविन पीटरसन जैसे अपने समय के धाकड़ बल्लेबाज पहले ही लिविंगस्टोन को टेस्ट में लाने की वकालत कर चुके हैं। इंग्लैंड के टेस्ट टीम के वर्तमान कोच ब्रैंडन मैक्कुलम खुद भी आक्रामक सोच रखते हैं।
उन्होंने टी-20 क्रिकेट से मोईन अली और आदिल रशीद जैसे खिलाड़ियों को पहले ही टेस्ट के सेटअप में वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में लिविंगस्टोन को भी अगर टेस्ट में लाया जाता है तो हैरानी की बात नहीं होगी। फर्स्ट क्लास में खेले अपने 62 मैचों में लिविंगस्टोन का औसत 38 का है।
3.) निकोलस पूरन (वेस्टइंडीज)
खेल के छोटे प्रारूपों में निकोलस पूरन वेस्टइंडीज के कप्तान हैं। वे फिलहाल टीम के सबसे अच्छे बल्लेबाजों में से एक हैं। तकनीकी रूप से भी वे मजबूत हैं और बाकी सबसे अलग खड़े दिखते हैं। उन्होंने ख़ुद भी कहा है कि टेस्ट खेलने की उनकी तमन्ना है। ऐसे में अगर हम उन्हें जल्द ही टेस्ट मैच खेलते देखते हैं तो यह बहुत आश्चर्य की बात नहीं होनी चाहिए। निकोलस ने फर्स्ट क्लास के 5 ही मैच खेले हैं जिनमें उनका औसत 31 का है। एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मुकाबलों में खेले 44 मैचों में उन्होंने 40 की औसत से लगभग 1500 रन बनाए हैं।
4.) हारिस रऊफ (पाकिस्तान)
पाकिस्तानी तेज गेंदबाज हारिस रऊफ भी इस कड़ी में एक ऐसा नाम हैं जो अभी तक टेस्ट खेलते नहीं दिखे लेकिन जल्दी ही दिख सकते हैं। कुछ माह पहले ऑस्ट्रेलिया के साथ पाकिस्तान में हुई टेस्ट सीरीज में उन्हें खेलना था लेकिन एक चोट के कारण ऐसा नहीं हो सका था। उसके बाद श्री लंका के खिलाफ भी उनका नाम था, लेकिन तब भी उन्हें डेब्यू का मौका नहीं मिला था। हारिस रऊफ सीमित ओवरों के अच्छे गेंदबाज हैं। खेले हुए 14 एकदिवसीय मैचों में उन्होंने 27 और 45 टी-20 मैचों में उन्होंने 59 विकेट्स ली हैं। फर्स्ट क्लास के 8 मैचों में भी उनके नाम 31 विकेट्स हैं।