यहां देखिए 4 कप्तान और उपकप्तान की सफल जोड़ी जिन्होंने क्रिकट जगत पर राज किया क्रिकेट में कप्तान एक संचालक की भूमिका निभाता है। मैदान पर या मैदान के बाहर कप्तान के निर्णय का ही सर्वोपरि होता है। कप्तान से यह भी उम्मीद की जाती है कि वह टीम के लिए हर परिस्थिति में खड़ा रहेगा।
किसी भी टीम के कप्तान के ऊपर अपने प्रदर्शन से पूरी टीम का उत्साह बढ़ाने की भी जिम्मेदारी होती है। टीम में कप्तान के अलावा भी एक ऐसा खिलाड़ी होता है जो उसका हर मुश्किल स्थिति में साथ देता है और जरूरत पड़ने पर टीम की कमान भी संभालता है। जिसे क्रिकेट जगत में उपकप्तान कहा गया है।
आज के इस लेख में हम ऐसे ही 4 कप्तान और उपकप्तान की जोड़ी के बारे में जानेंगे जिन्होंने अपनी दम पर टीम को सफलता की सीढ़ी पर चढ़ाया।
1. सौरव गांगुली – राहुल द्रविड़
जब सौरव गांगुली ने भारतीय क्रिकेट टीम की कमान संभली थी तब टीम की परिस्थिति कुछ ठीक नहीं थी। गांगुली ने टीम को अपने दम पर बनाया, कई युवा खिलाड़ियों को अपने टीम में शामिल किया और भारत को कई खिताब भी जिताए।
गांगुली की कप्तानी में भारतीय टीम ने कई विदेशी टूर को अपने नाम किया और इस दौरान उनका साथ टीम के उपकप्तान राहुल द्रविड़ ने बखूबी दिया। द्रविड़ ने टीम की उपकप्तान की भूमिका निभाने के अलावा उन्होंने विकेट के पीछे की भी जिम्मेदारी निभाई। गंगुली की अक्रमक कप्तानी और द्रविड़ के शांत लीडरशिप को लोगों ने खूब पसंद किया।
2. एलेस्टेयर कुक – एंड्रयू स्ट्रॉस
इंग्लैंड की टीम ने एंड्रयू स्ट्रॉस की कप्तानी में सालों तक टेस्ट रैंकिग में पर शीर्ष पर रही। साल 2009 में स्ट्रॉस की कप्तानी में इंग्लैंड की टीम ने ऑस्ट्रेलिया पर जीत दर्ज की थी और साल 2007 में अपने 5-0 से हार का बदला भी लिया था।
साल 2011 में स्ट्रॉस ने अपनी कप्तनी में टीम को 24 साल बाद ऑस्ट्रेलिया की धरती पर ऑस्ट्रेलिया को ही हरा कर इतिहास रचा था। उस दौरान स्ट्रॉस के डिप्टी के रूप मे एलेस्टेयर कुक ने उनका बढ़-चढ़ कर साथ दिया और टीम के सफलता में अपना बखूबी योगदान दिया। कुक ने इस सीरीज के दौरान सात पारियों में 127.66 की औसत से 766 रन बनाए।
3.) मार्क टेलर – स्टीव वॉ
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के इतिहास में दो सबसे शानदार कप्तानों ने मिलकर एक सफल ऑस्ट्रेलियाई टीम की नींव रखी जिसने क्रिकेट की दुनिया पर राज किया। कप्तान के रूप में मार्क टेलर ने एक ऐसे टीम को बनाया जिसे क्रिकेट के इतिहास में सबसे सफल टीमों में से एक माना जाता है।
एलन बॉर्डर ट्रॉफी के बाद ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट की कमान टेलर के हाथ में थी और स्टीव वॉ ने अच्छी तरह से उनका साथ दिया। वह टीम के उप-कप्तान बने। वॉ और टेलर ने अपने शानदार प्रदर्शन से टीम को और अधिक ऊंचाइयों तक ले गए और टीम को सफलतापूर्वक कामयाबी हासिल करवाई।
4.) एमएस धोनी – विराट कोहली
महेंद्र सिंह धोनी को भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल कप्तान के रूप में देखा जाता है। धोनी ने अपनी कप्तानी में भारतीय टीम को आईसीसी टी20 विश्व कप का पहला खिताब, साल 2011 में वर्ल्ड कप, साल 2013 में चैंपियंस ट्राफी और कई अतंरराष्ट्रीय खिताब जिताया है।
इस दौरान विराट कोहली ने धोनी का बतौर उपकप्तान बखूबी साथ नि