रिकी पोंटिंग (Ricky Ponting) की गिनती दुनिया के बेहतरीन क्रिकेटरों में की जाती हैं। इसका अंदाजा उनके आंकड़ों को देखकर लगाया जा सकता हैं। उन्होंने वनडे और टेस्ट प्रारूप दोनों में 13000 से ज्यादा रन बनाये है। रिकी पोंटिंग ऑस्ट्रेलिया के सबसे सफल वनडे बल्लेबाज हैं। 2003 और 2007 में, उन्होंने दो वर्ल्ड कप में टीम की कप्तानी की और दोनों ही मेगा इवेंट में जीत हासिल की।
उस समय, ऑस्ट्रेलिया का सभी प्रारूपों में दबदबा था और पोंटिंग विपक्ष के लिए बल्ले से काफी खतरनाक थे। 1995 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पोंटिंग ने अपना पहला वनडे मैच खेला। तो हम आपको ऑस्ट्रेलिया की उस प्लेइंग इलेवन के बारे में बताने जा रहे हैं जब पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने अपना वनडे डेब्यू किया था।
सलामी बल्लेबाज: मार्क टेलर (कप्तान) और ग्रेग ब्लेवेट
मार्क टेलर और ग्रेग ब्लेवेट ऑस्ट्रेलिया के प्लेइंग इलेवन में सलामी बल्लेबाज थे जब रिकी पोंटिंग ने अपना वनडे डेब्यू किया। मार्क टेलर ऑस्ट्रेलिया के लिए एक महान सलामी बल्लेबाज और कप्तान थे।
जब पोंटिंग ने टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया तब भी वे कप्तान थे। ग्रेग ब्लेवेट ने ऑस्ट्रेलिया के लिए लगभग 30 वनडे मैच खेले और पारी की शुरुआत करने के अलावा, उन्होंने अपनी मध्यम गति की गेंदबाजी के साथ भी अच्छा प्रदर्शन किया।
मिडिल आर्डर: डेविड बून, रिकी पोंटिंग और इयान हीली (विकेटकीपर)
उस समय ऑस्ट्रेलिया के लिए डेविड बून और इयान हीली मिडिल आर्डर में स्थिर थे। हालाँकि रिकी पोंटिंग ने बाद में नंबर 3 स्थान पर कब्जा कर लिया, लेकिन नंबर 6 पर उन्होंने अपने वनडे करियर की शुरुआत की। उन्होंने अपने डेब्यू मैच में सिर्फ एक रन बनाया था।
ऑलराउंडर: मार्क वॉ और स्टीव वॉ
मार्क वॉ और स्टीव वॉ ऑस्ट्रेलिया की प्लेइंग इलेवन में ऑलराउंडर थे जब रिकी पोंटिंग ने अपना वनडे डेब्यू किया था। वॉ बंधुओं ने हमेशा ऑस्ट्रेलियाई टीम में शानदार संतुलन बनाया।
दोनों खिलाड़ियों को इस खेल में गेंदबाजी करने की आवश्यकता नहीं थी क्योंकि प्रोटियाज सिर्फ 123 रन पर ऑल आउट हो गए थे। स्टीव वॉ ने नाबाद 44 रन बनाकर अपनी टीम को एक मुश्किल पीछा करने में मदद की।
गेंदबाज: पॉल रीफेल, शेन वार्न, टिम मे और ग्लेन मैक्ग्रा
पॉल रीफेल इस पीढ़ी के लिए एक लोकप्रिय अंपायर के रूप में जाने जाते हैं, यह ध्यान देने की आवश्यकता है कि उनके पास एक शानदार खेल करियर भी था। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए 92 वनडे खेले।
शेन वार्न और ग्लेन मैक्ग्रा दो ऐसे गेंदबाज हैं जिन्होंने पोंटिंग को वर्ल्ड क्रिकेट पर हावी होने में मदद की। वे भी इस मैच का हिस्सा थे जबकि दाएं हाथ के ऑफ स्पिनर टिम मे इस इलेवन में विशेषज्ञ स्पिनर थे।