भारतीय तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) पिछले कुछ महीनों से शानदार प्रदर्शन करते हुए आ रहे हैं। भुवनेश्वर कुमार को चोट के कारण काफी संघर्ष भी करना पड़ा है। चोट से वापसी करने के बाद उन्हें अपनी लय में लौटने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी है।
भुवी जब संघर्ष कर रहे थे तो कुछ लोगों ने उन्हें टीम से बाहर करने की भी बात कही। यह तेज गेंदबाज इस समय जिस फॉर्म में हैं, उस वजह से उन्हें टेस्ट क्रिकेट में लेने की चर्चा हो रही है। टेस्ट टीम में जगह बनाने को लेकर जब उनसे इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टी20 इंटरनेशनल मैच के बाद सवाल पूछा गया तो उनका कहना है कि वो जरूर खेलेंगे।
टेस्ट टीम को एक अच्छे स्विंग गेंदबाज की जरूरत है
टेस्ट में भारतीय गेंदबाजी आक्रमण इस समय क्रिकेट जगत में सर्वश्रेष्ठ में से एक है। वे नियमित रूप से मैच में 20 विकेट लेते रहे हैं और इसी वजह से भारत का इस प्रारूप में दबदबा रहा है।
हालाँकि, यदि आप गेंदबाजी आक्रमण के कॉम्बिनेशन को देखेंगे तो वैरिएशन सेट-अप को और ज्यादा खतरनाक बना देगी। ऐसे में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार बिल्कुल सही विकल्प है। इसके अलावा वह स्विंग गेंदबाजी कराने में भी माहिर है। वह टेस्ट टीम को मजबूती प्रदान कर सकते हैं।
भुवनेश्वर कुमार ने टेस्ट क्रिकेट को लेकर जाहिर की अपनी प्रतिक्रिया
भुवी ने आखिरी बार 2018 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैच खेला था। तब से वह चोटों की वजह से छोटे प्रारूपों तक ही सीमित रह गए है।
भुवनेश्वर ने कहा, “अगर मुझे भविष्य में टेस्ट क्रिकेट में मौका मिलता है, तो मैं ना नहीं कहूंगा, लेकिन अभी में मैं इसके बारे में नहीं सोच रहा हूं”। अगर भुवी अपनी फिटनेस बरकरार रख पाते हैं तो वह टेस्ट टीम में आठवें नंबर पर अपनी जगह बना सकते हैं। वह बल्ले से भी अपना योगदान दे सकते हैं। ऐसे में टीम में संतुलन प्रदान करेंगे।
भुवनेश्वर कुमार के टेस्ट करियर की बात की जाए तो उन्होंने 21 मैच खेले है और 26.1 के औसत की मदद से 63 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाने में सफलता पायी है।