बीते कुछ वर्षों में, क्रिकेट टीमों ने अपने खिलाड़ियों को फ्रेश और इंजरी फ्री रखने के लिए रोटेशन प्लान फॉलो करना शुरू किया है। जिसका उद्देश्य मात्र खिलाड़ियों को फ्रेश और इंजरी फ्री रखना है। हालांकि, ब्रेट ली इस आराम और घूमने वाले प्लान के सख्त खिलाफ हैं।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली का मानना है कि, तेज गेंदबाजों को बिना ब्रेक लिए सारे मैच खेलने चाहिए। और यह तब तक होना चाहिए जब तक उन्हें कोई चोट नहीं लगती है। यानी उन्हें चोटिल होने तक खेलना जारी रखना चाहिए।
ब्रेट ली ने कहा है कि “मैं पूरे रेस्ट रूल के खिलाफ हूं। मुझे गेंदबाजों का आराम करना पसंद बिल्कुल नहीं है। मैं गेंदबाजों को हर एक खेल खेलना पसंद करता हूं।” ब्रेट ली ने यह भी कहा कि, “गेंदबाजों के लिए चोट से जूझना अच्छी बात है। मैं तेज़ गेंदबाजों को मेहनती और दिन-ब-दिन खेलते हुए देखना चाहता हूं।”
ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ली ने यह भी कहा कि, एक तेज़ गेंदबाज़ अपना अधिकतर समय खेल में बिताए। वो टीमों के ऊपर इस काम के मैनेजमेंट का दायित्व देना चाहते हैं। उन्होंने भारत और अफ्रीका के टेस्ट मैच के दौरान भारत की हार के बारे में भी कई बातें कहीं।
कोविड-19 और लगातार मैच होने के कारण प्लेयर्स के प्रदर्शन पर पड़ा है असर
बीते कुछ सालों से, खिलाड़ियों को अपने दायित्वों को निभाने में कठिनाई आयी है। इसके बहुत से कारण हैं। इसका एक प्रमुख कारण उछाल मारते खिलाड़ियों के व्यस्त कार्यक्रम और कोविड के बढ़ते आंकड़े भी हैं।
लगातर होने वाले मैचों के कारण खिलाड़ियों के आराम का कोई तय समय नहीं है। अगर उदाहरण के लिए ही हम देखें तो भारत बिना किसी ब्रेक के सीरीज दर सीरीज खेल रहा है। ऐसे में तेज गेंदबाजों का काम और भी मुश्किल भरा हो जाता है।
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फ़ास्ट बॉलर्स को हर फॉर्मेट में कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। कई बार खिलाड़ियों ने बबल में खेलते समय मेंटली परेशान और थके होने की बात भी कही है। इंडिया और इंग्लैंड जैसी टीमों की बात करें तो इन्होनें जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, जेम्स एंडरसन, स्टुअर्ट ब्रॉड और मार्क वुड जैसे अपने प्रमुख खिलाड़ियों को रोटेट किया है।
दिग्गज गेंदबाज ली ने ऑस्ट्रेलिया के नए कप्तान पैट कमिंस की भी प्रशंसा की। ब्रेट ली ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के तेज गेंदबाज पूल को देखकर काफी खुश नजर आ रहे थे।