टीम इंडिया समेत पूरी दुनिया का फोकस साल 2022 में होने टी20 वर्ल्ड कप पर है। हालांकि, टीमों की नजर साल 2023 में होने वाले एकदिवसीय विश्वकप पर होगी। खासतौर से टीम इंडिया जोकि बदलाव के दौर से गुजर रही है, उसे भी इन दोनों ही विश्वकप को लेकर गेम प्लान तैयार करना होगा। शायद इसी की तैयारी के लिए, शिखर धवन की कप्तानी में जिम्बाब्वे के विरुद्ध युवाओं से भरी हुई टीम भेजी गई है।
फिलहाल, टीम इंडिया छोटे फॉर्मेट्स में खेलने का एक नया तरीका अपना रहा है और कुछ क्रिकेटरों को बाहर करने पर चर्चा हो रही है। ये ऐसे प्लेयर्स हैं जिन्हें छोटे फॉर्मेट्स का अच्छा अनुभव है लंबे समय से खेलते हुए नजर आ रहे हैं।
इन तमाम बातों के बीच भारत के पूर्व फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने कहा है कि, टीम इंडिया के अनुभवी बल्लेबाज शिखर धवन को टीम से बाहर करने की बातचीत 2023 विश्व कप तक रोक दी जानी चाहिए।
आर श्रीधर ने किया धवन का समर्थन:
शिखर धवन फिलहाल वनडे सेटअप का हिस्सा हैं। दरअसल, उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ हालिया वनडे सीरीज में भारत की कप्तानी की और जिम्बाब्वे के खिलाफ एक बार फिर वह कप्तानी करते हुए नजर आएंगे। हालांकि, इस बात में कोई दो राय नहीं है कि, बीते कुछ समय में उनका फॉर्म अच्छा नहीं रहा है। भले ही, वेस्टइंडीज के खिलाफ वह बेहतरीन फॉर्म में नजर आए लेकिन उनके बल्ले से रन बहुत धीमी गति से निकल रहे थे।
इस पर हाल ही में एक इंटरव्यू में बात करते हुए भारत के पूर्व फील्डिंग कोच श्रीधर ने क्रिकेट डॉट कॉम पर कहा, ”धवन के बारे में देखा जाए तो, वह पिछले आठ या नौ वर्षों में भारतीय क्रिकेट के लिए बेहद महत्वपूर्ण रहे हैं, खासकर सफेद गेंद के प्रारूप में। वह रोहित और विराट दोनों की कप्तानी में बेहद खास प्लेयर रहे हैं।” श्रीधर ने जोर देकर कहा कि शीर्ष क्रम में बाएं हाथ के बल्लेबाज के रूप में धवन का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
श्रीधर ने बताया कि धवन की फिटनेस पिछले सालों की तुलना में बेहतर है और वह खेल को भी बेहतर तरीके से समझते हैं। भारतीय टीम में उनकी जगह के बारे में बात करते हुए, श्रीधर कोच ने कहा, ”जब एकदिवसीय क्रिकेट की बात आती है, तो हमें बहुत आगे नहीं सोचना चाहिए। कम से कम 2023 विश्व कप तक, वह एक बेहतर बैक-अप के रूप में काम कर सकते हैं।” आईपीएल सहित उनके हालिया फॉर्म का हवाला देते हुए, श्रीधर ने अपना तर्क समाप्त करते हुए कहा, ”मेरी राय में, वह 2023 विश्व कप तक कहीं नहीं जा रहे हैं।”
भारतीय क्रिकेट के लिए महत्वपूर्ण है 2023 का विश्व कप
साल 2011 विश्व कप से मेजबान देश ही 50 ओवरों का विश्व कप जीत रहा है। इसलिए, भारत को विश्व क्रिकेट में एक पावरहाउस मानते हुए, यह कहा जा सकता है कि वह एक बार फिर न केवल मेजबान रहें बल्कि विजेता भी बनें। वैसे भी, बीते कुछ वर्षों में आईसीसी ट्रॉफी का कैबिनेट सूखा रहा है। इसलिए, बीसीसीआई और टीम मैनेजमेंट का फोकस 2023 के विश्वकप को लेकर हो सकता है।