भारत के मध्यक्रम के बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे बीते कुछ समय से खराब से जूझ रहे हैं। जिस कारण उन्हें टेस्ट टीम के उपकप्तान पद से हटा दिया गया था। साथ ही इस बात की भी मांग की जा रही थी कि उन्हें अब कुछ समय के लिए टीम इंडिया से बाहर कर आराम दिया जाना चाहिए।
हालांकि, टेस्ट क्रिकेट से दूर वनडे क्रिकेट को लेकर अजिंक्य रहाणे ने बड़ा बयान दिया है। रहाणे ने कहा है कि, साल 2018 में जब उन्हें टीम इंडिया से बाहर कर दिया गया था। तब, वह हैरान रह गए थे।
गौरतलब है कि, साल 2017 में वनडे क्रिकेट रहाणे के लिए बेहद शानदार वर्ष था। उस सीजन उन्होंने, 18 मैचों में 45.37 की औसत से एक शतक और आठ अर्धशतक के साथ 726 रन बनाए थे। रहाणे के फॉर्म का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि, 21 सितंबर 2017 से 1 फरवरी 2018 तक रहाणे ने लगातार पांच अर्धशतक जड़े थे।
मैं अतीत की बात नहीं करना चाहता: अजिंक्य रहाणे
अजिंक्य रहाणे ने कहा है कि, ”उससे पहले (फरवरी 2018), मैं टीम इंडिया के लिए लगातार वनडे क्रिकेट खेल रहा था। और, उस दौरान मैं वास्तव में अच्छा कर रहा था। लेकिन, फिर अचानक ही मुझे ड्राप कर दिया गया। मैं पुरानी बातें नहीं याद करना चाहता। लेकिन, वास्तविकता यह है कि मैं 2014, 15, 16 और 17 में अच्छा खेल रहा था। वनडे और टेस्ट क्रिकेट दोनों उस दौरान वास्तव में अच्छे चल रहे थे।”
उल्लेखनीय है कि, अजिंक्य रहाणे ने आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के लिए अच्छा प्रदर्शन किया था। उस दौरान इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में उन्होंने अपनी टीम के लिए बल्लेबाजी की शुरुआत की और कुछ जबर्दस्त पारियां खेलीं थीं। जिसके बाद, उन्हें टीम इंडिया के लिए डेब्यू करने का मौका मिला था।
टीम इंडिया के लिए मौका मिलने के बाद, रहाणे ने इंग्लैंड के खिलाफ हुई सीरीज में शानदार नॉक खेले थे। रहाणे ने 90 एकदिवसीय मैचों में 35.26 की औसत और 78.63 के स्ट्राइक रेट से 2962 रन बनाए हैं। जिसमें, तीन शतक और 24 अर्धशतक शामिल हैं।
यह सभी जानते हैं कि, अजिंक्य रहाणे को बीते कुछ समय से टीम इंडिया के लिए लगातार खेलने का मौका मिल रहा है। लेकिन, वह अपने फॉर्म के साथ लगातार जूझ रहे हैं। 2020-21 की बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के मेलबर्न टेस्ट में शतक बनाने के बाद से रहाणे के बल्ले से सिर्फ एक अर्धशतक ही निकला है। रहाणे अब तक खेले 82 टेस्ट मैचों में 4931 रन बनाए हैं।