भारतीय क्रिकेट टीम के नवनियुक्त कोच और ‘वॉल ऑफ क्रिकेट’ के नाम से मशहूर राहुल द्रविड़ की कोचिंग में टी-20 सीरीज क्लीन स्वीप करने के बाद ऐसी उम्मीद जताई जा रही थी कि टीम इंडिया टेस्ट में भी क्लीन स्वीप करने में कामयाब रहेगी। हालांकि, भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए दो टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मैच न्यूजीलैंड के 9 विकेट गिरने के बाद भी ड्रॉ पर समाप्त हुआ है।
कानपुर में हुए इस टेस्ट मैच में टीम इंडिया पूरी तरह से हावी दिखाई दे रही थी। और, ऐसा लग रहा था कि भारत यह मैच जीत जाएगा। लेकिन, दुर्भाग्य से भारत ने सिर्फ एक विकेट से जीत हासिल करने का मौका गंवा दिया। यह पहली बार नहीं था जब भारत ने टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में इस तरह के परिणाम देखा हो।
कानपुर टेस्ट मैच के अलावा दो और बार भारत 9 विकेट लेने के बावजूद मैच जीतने में नाकाम रहा है। कुल मिलाकर, यह घटना अब तक 23 बार हो चुकी है। आज इस लेख में, हम तीन उदाहरणों पर एक नज़र डालते हैं जब भारत चौथी पारी में 9 विकेट लेने के बाद भी टेस्ट मैच नही जीत सका है।
1.) भारत बनाम वेस्टइंडीज:
साल 1978 में वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम भारत के दौरे पर थी। जहाँ दोनों टीमें के बीच 6 टेस्ट मैचों की सीरीज का आयोजन किया जा रहा था। इस टेस्ट सीरीज के शुरुआती 2 मैच ड्रॉ हो चुके थे। लेकिन, तीसरे मैच में भारतीय क्रिकेट टीम वेस्टइंडीज पर भारी पड़ती दिखाई दे रही थी।
ईडन गार्डन में भारतीय बल्लेबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन के बाद चौथी पारी में हो रही धारदार गेंदबाजी आक्रमण के आगे वेस्टइंडीज के बल्लेबाज एक के बाद एक धराशायी होते जा रहे थे। इस मैच में वेस्टइंडीज 9 विकेट खो चुका था। भारत 6 टेस्ट मैचों की सीरीज में इस मैच में जीत के साथ 1-0 की बढ़त के तलाश में था, लेकिन यह हो न सका।
यह पहला अवसर जब भारत 9 वां विकेट लेने के बावजूद मैच जीतने में कामयाब नही हो सका था यानि मैच ड्रॉ हो गया था। इस मैच में शिवनारायण और सिल्वेस्टर क्लार्क अंत मजबूत किले की तरह डटे रहे जिसके कारण भारत आखिरी विकेट हासिल नही कर सका था।
2.) भारत बनाम वेस्टइंडीज:
साल 2006 में एक बार फिर भारत और वेस्टइंडीज आमने-सामने थे। इस बार मेजबान भारत नही बल्कि वेस्टइंडीज था। इस दौरे में भारत को 5 वनडे और 5 टेस्ट मैचों की सीरीज में हिस्सा लेना था। जिसमें से भारत वनडे सीरीज 4-1 से गंवाने के बाद बेहद निराश था।
इसके बाद आरंभ हुई टेस्ट सीरीज के पहले मैच की पहली पारी में 241 रन पर आउट होने के बावजूद, भारत ने एक मजबूत वापसी की। जिसमें वसीम जाफर ने दूसरी पारी में दोहरा शतक जड़कर भारत को वेस्टइंडीज टीम के लिए एक मजबूत लक्ष्य देने में मदद की। अनिल कुंबले की अगुवाई में भारतीय गेंदबाजी आक्रमण वेस्टइंडीज खेमे में हलचल पैदा कर चुका था।
लगातार विकेटों के पतन के बीच वेस्टइंडीज 9 विकेट खोकर हार के मुहाने पर खड़ी हुई थी। लेकिन, फिदेल एडवर्ड्स और कोरी कोलीमोर की अंतिम साझेदारी ने भारत को 10वां विकेट से वंचित करते हुए मैच ड्रॉ कराने में कामयाबी हासिल की। इस तरह यह दूसरा मौका था जब भारतीय क्रिकेट टीम चौथी पारी में 9 विकेट हासिल करने के बाद भी मैच नही जीत सकी थी।
3.) भारत बनाम न्यूजीलैंड:
न्यूजीलैंड के विरुद्ध जारी श्रृंखला में चौथी पारी में 9 विकेट लेने के बाद भी भारत मैच नही जीत सका है। इस मैच की पहली पारी में भारतीय ओपनर शुभमन गिल और ऑल राउंडर रविन्द्र जडेजा के अर्धशतक तथा डेब्यूटेंट श्रेयस अय्यर के शतक बल पर भारत ने 345 रन बनाए थे। जिसके जवाब में न्यूजीलैंड की पहली पारी 296 रन पर सिमट गई थी। जिसमें अक्षर पटेल को 5 विकेट हासिल हुए थे। इस प्रकार भारत को पहली पारी के आधार पर 49 रन की बढ़त हासिल हुई थी।
इसके बाद दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने आई भारतीय टीम के ओपनर और मध्यक्रम के बल्लेबाज कुछ खास नही कर सके। हालांकि, श्रेयस अय्यर एक बार अच्छी पारी खेलते हुए अर्धशतक बनाने में कामयाब हुए। वहीं पहली पारी में असफल रहे विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा ने भी शानदार अर्धशतक जड़ा था। और भारत ने न्यूजीलैंड के सामने जीतने के लिए 283 रन का लक्ष्य रख दिया था।
चौथे दिन की समाप्ति पर न्यूजीलैंड एक विकेट खो चुकी थी। लेकिन, जब पांचवें और अंतिम दिन की शुरुआत हुई तब न्यूजीलैंड के बल्लेबाज जमकर बल्लेबाजी करते हुए दिखाई दिए। जिस कारण भारत को पहले सेशन में कोई भी विकेट प्राप्त नही हो सका। हालांकि, दुसरे और तीसरे में क्रमशः 3 और 5 प्राप्त करने के बाद भारतीय टीम मजबूत स्थिति में पहुंच गई थी। क्योंकि न्यूजीलैंड के 9 विकेट गिर चुके थे।
हालांकि, रचिन रवींद्र और एजाज पटेल के बीच अंतिम विकेट के लिए हुई साझेदारी ने भारतीय प्लेयर्स को जीत से वंचित कर दिया। भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन, अक्षर पटेल और रविन्द्र जड़ेजा की तिकड़ी लगातार गेंदबाजी करती रही लेकिन, न्यूजीलैंड के दोनों टेल-एंडर्स ने भारत को जीत से मरहूम करते हुए मैच ड्रॉ करा लिया था।
कानपुर टेस्ट ड्रॉ होने के बाद एक ओर जहाँ भारतीय खेमे में निराशा थी वहीं न्यूजीलैंड का खीमा हारे हुए मैच को ड्रॉ कराने में कामयाब होने के बाद खुशियाँ मना रहा था। पहली पारी में शतक और दूसरी पारी में अर्धशतक लगाने वाले डेब्यूटेंट बल्लेबाज श्रेयस अय्यर को शानदार बल्लेबाजी के लिए मैन ऑफ द मैच पुरुस्कार से नवाजा गया था।