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रवि शास्त्री ने रणजी ट्रॉफी को लेकर बीसीसीआई को दी वार्निंग

पिछले साल टी20 विश्व कप के बाद रवि शास्त्री ने भारत के मुख्य कोच के पद से इस्तीफा दे दिया था

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने आज भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि अगर रणजी ट्रॉफी प्रतियोगिता को नजरअंदाज किया जाता रहा, तो भारतीय क्रिकेट स्पाइनलेस हो जाएगी।

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गौरतलब है कि, बीसीसीआई ने पिछले सीज़न में कोविड-19 के कारण रणजी ट्रॉफी का आयोजन नहीं किया था। और, जब यह प्रतियोगिता इस सीज़न में आयोजित होने वाली थी, तो देश में तीसरी कोविड लहर के कारण इसे अंतिम क्षण में स्थगित करना पड़ा है।

इस साल रणजी ट्रॉफी के स्थगित होने के बाद, ऐसी खबरें चल रही थीं कि बीसीसीआई फिर से रणजी ट्रॉफी का आयोजन नहीं कर सकता है। क्योंकि, 27 मार्च से आईपीएल का आयोजन होना है। और, बोर्ड के पास आईपीएल से पहले रणजी ट्रॉफी आयोजित करने के लिए पर्याप्त समय नहीं है।

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लेकिन, रवि शास्त्री के ट्वीट और राज्यों के दबाव के बाद बोर्ड ने फैसला लिया है कि रणजी ट्रॉफी का आयोजन दो चरणों में किया जाएगा। जहां, आईपीएल से पहले लीग चरण का आयोजन होगा, वहीं आईपीएल के बाद जून में नॉकआउट मुकाबलों का आयोजन किया जाएगा।

बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के साथ नहीं हैं शास्त्री के अच्छे संबंध

ऐसा माना जाता है कि रवि शास्त्री के हेड कोच से इस्तीफा देने की प्रमुख वजह सौरव गांगुली ही थे। हालांकि, शास्त्री ने आधिकारिक तौर पर जो कारण बताया वह यह था कि वह नौकरी में वो अपना काफी समय बिता चुके हैं। इसलिए, वह एक ब्रेक चाहतें है।

चूंकि, अब शास्त्री का बीसीसीआई से करार खत्म हो चुका है इसलिए शास्त्री सीधे-सीधे अपनी राय रख रहे हैं। जैसा कि वे पहले भी करते आए हैं। शास्त्री ने देश में बहुत से घरेलू क्रिकेटरों के लिए आवाज उठाई है जो रणजी ट्रॉफी आयोजित नहीं होने पर खुद को बेरोजगार पाते हैं।

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हालांकि, बीसीसीआई पहले ही घोषणा कर चुका है कि रणजी ट्रॉफी खेले बिना भी जिन खिलाड़ियों को रणजी ट्रॉफी के पिछले सीजन के लिए अपनी-अपनी राज्य टीमों में चुना गया था, उन्हें मुआवजा दिया जाएगा। लेकिन, मुआवजा अभी तक सभी क्रिकेटरों तक नहीं पहुंचा है। क्योंकि अभी कई औपचारिकताएं पूरी होनी बाकी हैं।

यह भी पढ़ें: रवि शास्त्री ने क्रिकेट के इस नियम में की बदलाव की मांग

उल्लेखनीय है कि, रणजी प्लेयर्स को आईपीएल की तरह से कॉन्ट्रैक्ट नही मिलता है। इसलिए यदि रणजी ट्रॉफी इस सीजन में भी आयोजित नहीं होगी। तो पिछले सीजन के मुआवजे के साथ अभी का मुआवजा भी बहुत सारे क्रिकेटरों तक नहीं पहुंचेगा। जिसकी वजह से खिलाड़ी आर्थिक रूप से और भी ज्यादा प्रभावित होंगे।

हालांकि, आज बीसीसीआई सचिव जय शाह ने घोषणा की कि इस सीजन की रणजी ट्रॉफी रद्द नहीं की जा रही है, और इसे दो चरणों में आयोजित किया जाएगा।

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