भारत के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह चाहते हैं कि चयनकर्ता भारत के भविष्य के टेस्ट कप्तान के रूप में ऋषभ पंत का समर्थन करें। एमएस धोनी का उदाहरण देते हुए, युवराज ने कहा कि पंत भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी करने के लिए ‘सही इंसान’ हैं।
विराट कोहली ने इस साल दक्षिण अफ्रीका में 1-2 से टेस्ट सीरीज हारने के बाद इस साल की शुरुआत में टेस्ट कप्तानी छोड़ दी थी। उनकी जगह रोहित शर्मा को भारत का टेस्ट कप्तान बना दिया गया था।
रोहित इस समय तीनों ही फॉर्मेट में भारतीय टीम की कप्तानी कर रहे है। वो इस समय 34 साल के है और लंबे समय तक टेस्ट क्रिकेट की कप्तानी करें इसकी संभावना कम है।
पंत के पास है लीडरशिप क्वॉलिटी- युवराज
युवराज का मानना है कि पंत को तैयार किया जाना चाहिए क्योंकि उनके पास लीडरशिप क्वॉलिटी है। वो टेस्ट में कप्तानी करने के लिए सही उम्मीदवार है। वो टेस्ट में अच्छा भी कर रहे है है।
युवराज ने कहा, “आपको किसी को कप्तान के रूप में तैयार करना चाहिए. जैसे एमएस धोनी कप्तान बन गए। कीपर हमेशा एक अच्छा थिंकर होता है, क्योंकि वो चीजों को नजदीक से देखता हैं।”
धोनी को 26 साल की उम्र में, भारत का सीमित ओवरों का कप्तान नियुक्त किया गया था, जब राहुल द्रविड़ ने 2007 के वनडे वर्ल्ड कप में हार के बाद कप्तानी छोड़ दी थी। कुछ साल बाद जब अनिल कुंबले ने टेस्ट से संन्यास की घोषणा की तो धोनी को टेस्ट कप्तान बनाया गया।
युवराज को लगता हैं कि पंत जैसे इंसान को आवश्यक समय दिया जाना चाहिए। सीधे ‘चमत्कार’ की उम्मीद करना सही नहीं होगा।
उन्होंने कहा, “आप एक ऐसे युवा को चुनते हैं जो भविष्य का कप्तान हो सकता हैं, उन्हें समय दें और पहले छह महीनों या एक साल में चमत्कार की उम्मीद न करें। मुझे लगता हैं कि आपको काम करने के लिए युवा लोगों पर विश्वास करना चाहिए।”
युवराज ने पंत की मैच्यॉरिटी पर सवाल उठाने वाले आलोचकों को करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा, “मैं उस उम्र में इम्मैच्योर था, विराट उस उम्र में कप्तान थे जब वह इम्मैच्योर थे। वह (पंत) समय के साथ मैच्योर हो रहे हैं। मुझे नहीं पता कि सहयोगी स्टाफ इस बारे में क्या सोचता है, लेकिन मुझे लगता है कि वह टेस्ट टीम की कप्तानी करने के लिए सही इंसान है।”
दिल्ली कैपिटल्स के मौजूदा कप्तान पंत ने 40 टेस्ट मैच खेले है और 40.85 के औसत के साथ 1920 रन बनाये है। इस दौरान उनके बल्ले से 4 शतक और 9 अर्धशतक देखने को मिले है।