कोविड-19 महामारी के बाद से क्रिकेट में टीमें सामान्य 15 सदस्यीय टीम की घोषणा के साथ ही कुछ खिलाड़ियों को स्टैंडबाई के तौर पर भी रखती हैं। किसी बड़े इवेंट में ये खिलाड़ी टीम के साथ ही ट्रैवल करते हैं ताकि यदि कोई खिलाड़ी खेलने के लिए उपलब्ध ना हो तो तुरंत उसकी रिप्लेसमेंट के तौर पर किसी दूसरे खिलाड़ी को लाया जा सके।
कोविड-19 की महामारी के बाद पहला बड़ा इवेंट 2021 का टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) था। कुछ खिलाड़ी ऐसे हैं जो उस वर्ल्ड कप के लिए चुनी गई टीम में स्टैंडबाई खिलाड़ी के तौर पर चुने गये थे। साल भर बाद दुबारा वर्ल्ड कप होने जा रहा है। कुछ खिलाड़ी ऐसे हैं जिनका स्टेटस नहीं बदला है। वे पिछली बार वर्ल्ड कप के लिए गयी टीम में भी स्टैंडबाई के तौर पर चुने गए थे और इस बार भी उन्हें टीम में स्टैंडबाई के तौर पर ही रखा गया है। इस आर्टिकल में हम आपको ऐसे ही 3 खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जो दोनों बार की टीम में स्टैंडबाई के तौर पर ही चुने गए हैं –
1.) श्रेयस अय्यर (भारत)
2022 वर्ल्ड कप से पहले श्रेयस अय्यर चोट से उबर रहे थे। क्योंकि वर्ल्ड कप से पहले उन्हें उतनी गेम प्रैक्टिस नहीं मिली थी, जितनी टीम प्रबंधन चाहता था, इसलिए उनका नाम वर्ल्ड कप के लिए चुनी गई टीम में रिज़र्व खिलाड़ियों की लिस्ट में था। उसके बाद से मुम्बई का यह बल्लेबाज लगातार टीम की योजनाओं में रहा है।
लेकिन फिर भी, 2022 वर्ल्ड कप के लिए अय्यर को फिर से रिजर्व लिस्ट में ही रखा गया है। इस बार उनके आगे दीपक हुडा को वरीयता दी गयी है। दीपक हुडा को सेलेक्ट करने पर भी चयनकर्ताओं से कई लोग नाखुश दिखे और कइयों ने कहा कि संजू सैमसन को प्राथमिकता दी जानी चाहिए थी।
2.) दीपक चाहर (भारत)
दीपक चाहर को स्टैंडबाई लिस्ट में रखने की मुख्य वजह यह है कि उनका गेंदबाजी का अंदाज काफी कुछ भुवनेश्वर कुमार जैसा ही है। अब क्योंकि भुवनेश्वर कुमार तो मुख्य 15 सदस्यीय टीम का हिस्सा हैं, तो उनके जैसे ही दूसरे गेंदबाज दीपक चाहर की टीम में जगह बनती टीम प्रबंधन को नहीं दिखाई दी।
इसी वजह से, 2021 और 2022, दोनों वर्षों की वर्ल्ड कप टीम में भुवनेश्वर कुमार मुख्य टीम में हैं और दीपक चाहर रिजर्व प्लेयर्स की लिस्ट में। हालांकि, यह मुमकिन है कि 2022 वर्ल्ड कप के बाद अगले साल के एकदिवसीय वर्ल्ड कप की तैयारियों को ध्यान में रखते हुए दीपक चाहर को लगातार भुवनेश्वर कुमार से आगे टीम में जगह दी जाए।
3.) एंडिले फेहलुकवायो (दक्षिण अफ्रीका)
दक्षिण अफ्रीका के एंडिले फेहलुकवायो भी ऐसे खिलाड़ियों में से हैं जिन्हें 2021 की वर्ल्ड कप टीम में भी रिजर्व खिलाड़ियों में रखा गया था और 2022 में भी उनके हालात बदल नहीं हैं। अफ्रीकी टीम का गेंदबाजी अटैक काफी मजबूत है। उनके आल राउंडर वेन पर्नेल और मार्को यानसन भी गेंद के साथ अच्छा प्रदर्शन करते हैं।
जबकि एंडिले फेहलुकवायो दोनों ही विभागों में किसी अन्य खिलाड़ी से ज़्यादा मजबूती टीम को नहीं देते नजर आते हैं। हालांकि किसी खिलाड़ी को चोट लगने की अवस्था में, फेहलुकवायो टीम की ज़रूरत बन जाते हैं क्योंकि तब वे अंतिम 11 में एक बैलेंस लाने का काम कर सकते हैं। और इसी सब को ध्यान में रखते हुए चयनकर्ताओं ने उन्हें रिजर्व खिलाड़ियों की लिस्ट में रखा है।