5 क्रिकेटर जिनको लगातार दो टेस्ट शतक लगाने में काफी समय लगा
हर क्रिकेटर का सपना होता हैं कि वो टेस्ट क्रिकेट में अपने देश को रिप्रेजेंट करें और अच्छा प्रदर्शन करके दिखाए। वहीं इसमें कुछ खिलाड़ियों को कामयाबी मिलती है और कुछ फेल हो जाते हैं।
वहीं कुछ ऐसे भी खिलाड़ी देखने को मिले हैं जिन्होंने शुरुआत में तो टेस्ट क्रिकेट में शतक लगाया लेकिन लगातार दूसरा शतक बनाने में उन्होंने काफी समय लग गया। तो आज हम आपको ऐसे ही 5 क्रिकेटरों के बारे में बताने जा रहे है जिन्होंने लगातार दो टेस्ट शतक लगाने में काफी लंबा गैप लिया।
1. वॉरेन बार्डस्ले
ऑस्ट्रेलिया के लिए यह शानदार सलामी बल्लेबाज दो टेस्ट शतकों के बीच सबसे लंबे गैप का रिकॉर्ड रखता है और इसी वजह से वो टॉप पर है। बाएं हाथ के वॉरेन बार्डस्ले (Warren Bardsley) ने 1912 से 1920 के बीच 8 साल तक कोई टेस्ट नहीं खेला।
उस शतक में से पहला दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 1912 में इंग्लैंड में खेले गए त्रिकोणीय सीरीज के 5वें टेस्ट के दौरान आया था, जहां बार्डस्ले ने 164 रनों की शानदार पारी खेली। वहीं अगला शतक 5093 दिनों के बाद आया जब 1926 में एशेज सीरीज के दूसरे टेस्ट में बार्डस्ले ने शानदार 193 रन की पारी खेलकर दिखाई।
2. सैयद मुश्ताक अली
भारत के सलामी बल्लेबाज ने अपने लगातार दो टेस्ट शतक बनाने में 4544 दिन का लंबा समय लिया, जिसमें विश्व युद्ध 2 के कारण 10 साल का गैप भी शामिल था।
सैयद मुश्ताक अली (Syed Mushtaq Ali ) का पहला शतक 1936 में मैनचेस्टर में इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी के दौरान आया था, जहां उन्होंने 112 रन की पारी खेली। इसके बाद अगला शतक1949 में ईडन गार्डन्स में वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे टेस्ट की दूसरी पारी के दौरान। अली ने वहां 106 रन की पारी खेली। इस पारी की वजह से भारत मैच टाई करने में कामयाब रहा था।
3. फवाद आलम
पाकिस्तान के फवाद आलम (Fawad Alam) भी इस लिस्ट में अपनी जगह बनाने में सफल रहे है। उनका पहला शतक 2009 में कोलंबो में श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी के दौरान आया था। आलम ने उस मैच में 168 रन बनाए लेकिन टीम को जीत नहीं दिला पाए। पाकिस्तान ये मैच 7 विकेट से हार गया।
अगला शतक 2020 के अंतिम दिन (10 साल) पर आया। न्यूजीलैंड ने उन्हें 373 रन का लक्ष्य दिया था। उन्होंने कीवी टीम के खिलाफ 102 रन की पारी खेली। हालांकि इस मैच में पाकिस्तान को 101 रन से हार का सामना करना पड़ा।
4. फ्रैंक वूली
फ्रैंक वूली (Frank Woolley) की गिनती इंग्लैंड के दिग्गज खिलाड़ियों में की जाती हैं। वूली ने 1912 में शतक बनाने के बाद अपना अगला शतक बनाने के लिए 3999 दिनों का समय लिया। जिनमें से पहला 1912 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में 5वें टेस्ट की पहली पारी के दौरान आया था। वूली के इस मैच में 133 रन की शानदार पारी खेली और टीम को 70 रनों से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
अगला शतक 11 साल बाद आया 1923 में जोहान्सबर्ग में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चौथे टेस्ट की दूसरी पारी के दौरान आया। प्रथम विश्व युद्ध के कारण 6 साल का गैप भी शामिल था। वूली के नाबाद 115 रन की पारी खेली। हालांकि यह मैच ड्रा हो गया था।
5. उपुल थरंगा
श्रीलंकाई बल्लेबाज उपुल थरंगा (Upul Tharanga) का पहला शतक 2006 में बोगरा में बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट की पहली पारी के दौरान आया था। थरंगा ने 165 रन की शानदार पारी खेली।
इस खब्बू बल्लेबाज को अपने अगले टेस्ट शतक के लिए 10 साल और इंतजार करना पड़ा। उन्होंने दूसरा शतक 2016 में जिम्बाब्वे के खिलाफ हरारे में पहली टेस्ट की पहली पारी में बनाया था। थरंगा ने 110 रन की पारी खेली। श्रीलंका की टीम ने जिम्बाब्वे को 225 रन के विशाल अंतर से हराते हुए मैच को अपने नाम कर लिया था।