भारतीय क्रिकेट टीम बड़े बदलाव के दौर से होकर गुजर रही है। जहाँ एक ओर टीम इंडिया को राहुल द्रविड़ के रूप में नया मुख्य कोच प्राप्त हुआ है। वहीं रोहित शर्मा को टी20 के वनडे क्रिकेट टीम का भी कप्तान नियुक्त कर दिया गया है। जिसका सीधा अर्थ है कि, विराट कोहली अब केवल टेस्ट क्रिकेट में ही टीम इंडिया के कप्तान हैं।
गौरतलब है कि, विराट कोहली ने आईसीसी टी 20 विश्वकप से पहले भारतीय टी20 क्रिकेट टीम के कप्तान का पद छोड़ने का ऐलान कर दिया था। हालांकि, वह वनडे कप्तान बने रहने चाहते थे। लेकिन, राष्ट्रीय चयनकर्ता लिमिटेड ओवर्स में एक ही कप्तान की नियुक्ति चाहते थे। इसलिए, विराट को वनडे टीम के कप्तान के रूप में बर्खास्त कर दिया गया था।
इसी मसले पर बात करते हुए बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने लिमिटेड ओवर्स (टी20 और वनडे) में एक कप्तान नियुक्त करने पर विस्तार से बात करते हुए अपने विचार व्यक्त किए हैं। जिसमें उन्होंने रोहित शर्मा की प्रशंसा की है।
सौरव गांगुली ने हाल ही में दिए अपने इंटरव्यू में इस बात पर जोर दिया है कि, जब रोहित साल को 2018 में पहली बार हाई प्रोफाइल मल्टीनेशन टूर्नामेंट में भारत की कप्तानी करने का मौका मिला तो उन्होंने टीम इंडिया को विजेता बनाते हुए एशिया कप अपने नाम किया था। खासबात यह है कि उस दौर में विराट कोहली टीम इंडिया का हिस्सा नही थे, यानि रोहित ने एशिया कप बिना कोहली के ही जीता था।
इसके अलावा, गांगुली ने यह भी कहा कि, एक आईपीएल कप्तान के रूप में भी रोहित शर्मा का रिकॉर्ड सभी को देखना चाहिए। बीसीसीआई को इसमें कोई संदेह नहीं है कि भारत की सफेद गेंद अर्थात टी20 और वनडे की कप्तानी सुरक्षित हाथों में है। इतना ही नहीं, विराट कोहली को बर्खास्त करने के बाद से गांगुली ने यह बिल्कुल स्पष्ट कर दिया है कि बर्खास्त करने का एकमात्र कारण यह था कि सफेद गेंद वाले क्रिकेट में दो अलग-अलग कप्तान नहीं हो सकते थे।
बीसीसीआई अध्यक्ष ने जोर देते कहा कि एक अच्छी टीम में हमेशा एक कप्तान होता है जिसके दर्शन और विचारों के तहत ही टीम कार्य करती है।
गौरतलब है कि, विराट कोहली जीत प्रतिशत के मामले में भारत के सबसे सफल एकदिवसीय कप्तान थे। लेकिन, भारत ने कोहली की कप्तानी में कभी भी कोई भी बड़ा टूर्नामेंट नही जीत सका है। भारत के सीमित ओवरों के कप्तान के रूप में विराट कोहली के लिए साल 2017 की आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी एक बड़ा टूर्नामेंट था। ऐसी उम्मीद थी कि, भारत इस टूर्नामेंट में जीत दर्ज करेगा। लेकिन, फाइनल में पाकिस्तान के हाथों बड़ी हार के बाद यह उम्मीद समाप्त हो गई थी। साथ ही, कोहली की जमकर आलोचना भी की गई थी।
इसके बाद, साल 2019 के विश्वकप में भारत खिताब जीतने का प्रबल दावेदार था। क्योंकि, टीम इंडिया बेहतरीन फॉर्म में थी। लेकिन, कोहली की कप्तानी में खेले गए टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के हाथों यहां भी हार का सामना करना पड़ा।
कोहली ने टी20 कप्तान के पद से इस्तीफा नहीं दिया होता तो नहीं होता कोई बदलाव: सौरव गांगुली
सौरव गांगुली ने यह भी कहा कि, विराट कोहली यदि टी 20 टीम के कप्तान के रूप में इस्तीफा नही देते तो किसी भी फॉर्मेट के कप्तान के कोई बदलाव नही होता। लेकिन, विराट ने बीसीसीआई के लगातार अनुरोध के बाद भी अपने निर्णय में कोई बदलाव नही किया।
चूंकि, चयनकर्ता सीमित ओवरों की दो टीमों के लिए दो कप्तानों की व्यवस्था के पक्ष में नहीं था। इसलिए, जब विराट कोहली ने टी20 टीम की कप्तानी के संबंध में अपना निर्णय लिया। तब, बीसीसीआई (बोर्ड) ने भी लिमिटेड ओवर्स की कप्तानी के संबंध में अपना निर्णय ले लिया।