जब भी कोई खिलाड़ी अंतरर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलना शुरू करता है तो उसका मुख्य सपना दुनिया में सर्वश्रेष्ठ बनना होता है।इसलिए, जब भी कोई नया गेंदबाज भारत के लिए डेब्यू करता है, तो उसका सपना दुनिया का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज बनने का होता है। हालांकि, बहुत कम भारतीय गेंदबाज ही आईसीसी की रैंकिंग पर टॉप में पहुंच सके हैं।
संक्षेप में कहें तो एक गेंदबाज जिस भी प्रारूप में खेलता है उसमें नंबर एक रैंकिंग हासिल करना चाहता है। हालांकि, दुनिया भर के दिग्गज गेंदबाजों को पछाड़ते हुए आगे बढ़ना इतना आसान नही होता।
भारतीय क्रिकेट के इतिहास को देखें तो देश ने एक से बढ़कर एक दिग्गज बल्लेबाज दिए हैं। हालांकि, गेंदबाजों के मामले में भारत की स्थिति कमजोर रही है। चूंकि, क्रिकेट की दुनिया में किसी प्लेयर की रैंकिंग आईसीसी द्वारा जारी चार्ट से ही पता चलता है। इसलिए, आज हम आईसीसी की वनडे रैंकिंग में नम्बर एक पर पहुंचने वाले गेंदबाजों की सूची पर एक नज़र डालेंगे।
5.) मनिंदर सिंह:
आईसीसी की वनडे रैंकिंग में नम्बर एक पर पहुँचने वाले पांच भारतीय गेंदबाजों में से मनिंदर सिंह पहले गेंदबाज हैं। बाएं हाथ के इस स्पिनर ने भारत के लिए कुल 59 एकदिवसीय मैच खेले। जिसमें उन्होंने 31.3 की औसत और 3.96 की बेहतरीन इकॉनमी के साथ 66 विकेट चटकाए।
मनिंदर सिंह साल 1987 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेलते हुए आईसीसी की वनडे रैंकिंग में नम्बर एक पर पहुंचे थे। इतना ही नहीं, वह आईसीसी की एकदिवसीय रैंकिंग में सबसे अधिक रेटिंग पॉइंट पाने वाले पहले भारतीय भी हैं। मनिंदर सिंह आईसीसी की रैंकिंग चार्ट पर 851 की रेटिंग तक पहुंच गए थे। जो किसी भी भारतीय गेंदबाज द्वारा प्राप्त सबसे अधिक रेटिंग पॉइंट है।
4.) कपिल देव:
साल 1983 में हुए विश्वकप में भारत को विजेता बनाकर पहली बार विश्वविजेता कहलाने का गौरव दिलाने वाले कपिल देव इस सूची में दूसरे स्थान पर हैं। हालांकि, कपिल देव आईसीसी की वनडे रैंकिंग के शिखर पर पहुंचने वाले पहले भारतीय तेज गेंदबाज भी हैं।
कपिल देव ने 225 मैचों वनडे मैचों में 27.45 की औसत और 3.72 की इकॉनमी रेट से 235 विकेट लिए हैं। इतना ही नहीं, उनके नाम एक बार पांच विकेट और तीन बार चार विकेट भी हैं। वह अपने वनडे करियर में 845 की रेटिंग तक पहुंचे, जो किसी भारतीय गेंदबाज द्वारा दूसरा सबसे ज्यादा है। कपिल देव निश्चित रूप से दुनिया के नंबर एक गेंदबाज बनने के हकदार थे।
3.) अनिल कुंबले:
भारतीय टीम के पूर्व कोच और दिग्गज स्पिनर अनिल कुंबले वनडे रैंकिंग में टॉप करने वाले तीसरे गेंदबाज हैं। उन्होंने साल 1996 में यह गौरव हासिल किया था। टेस्ट प्रारूप में भारत के लिए सबसे अधिक विकेट लेने वाले लेग स्पिनर ने कुंबले ने 271 एकदिवसीय मैचों में 30.9 की औसत और 4.31 की शानदार इकॉनमी रेट से 337 विकेट लिए हैं।
इतना ही नही, अनिल कुंबले के नाम आठ बार चार विकेट और दो पांच विकेट हैं। जब वह आईसीसी रैंकिंग में टॉप पर थे, तब उनके पास 798 रेटिंग पॉइंट थे, जो उनके करियर का सर्वोच्च स्तर है।
2.) रवींद्र जडेजा:
दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ऑल राउंडर में से एक रवींद्र जडेजा एकदिवसीय प्रारूप में नंबर एक रैंकिंग तक पहुंचने वाले चौथे भारतीय गेंदबाज थे। जड़ेजा ने अब तक कुल 168 वनडे मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 37.36 की औसत और 4.93 की इकॉनमी रेट से 188 विकेट हासिल किए हैं।
भारतीय ऑलराउंडर जड़ेजा साल 2013 में आईसीसी की वनडे रैंकिंग पर टॉप में पहुंचे थे। एक गेंदबाज के रूप में उनकी सर्वोच्च रेटिंग उसी अवधि में आई जब उनके 738 रेटिंग अंक थे। जडेजा तीन प्रारूपों में भारत के प्रमुख गेंदबाजों में से एक हैं।
1.) जसप्रीत बुमराह:
जसप्रीत बुमराह ऐसे दूसरे भारतीय तेज गेंदबाज हैं जिसने आईसीसी की वनडे रैंकिंग में टॉप पोजिशन हासिल की हैI बुमराह ने अब तक कुल 67 एकदिवसीय मैच खेले हैं, जिनमें उन्होंने 25.33 की औसत और 4.66 की इकॉनमी रेट से 108 विकेट प्राप्त किए हैं।
भारतीय गेंदबाजी आक्रमण की मुख्य कड़ी बुमराह ने साल 2018 में नंबर एक रैंकिंग हासिल की थी। उस दौरान बुमराह के पास 841 रेटिंग पॉइंट थे जो किसी भी भारतीय के लिए तीसरा सबसे अधिक रेटिंग पॉइंट है। जसप्रीत बुमराह सभी प्रारूपों में भारत के लिए प्रमुख तेज गेंदबाज हैं।