आईसीसी द्वारा आयोजित लिमिटेड ओवर्स के टूर्नामेंट में भारत का इतिहास अच्छा रहा है। भारतीय क्रिकेट टीम, एकदिवसीय विश्वकप, टी-20 विश्वकप और चैंपियंस ट्रॉफी भी जीत चुकी है। हालांकि, बीते कुछ वर्षों में टीम इंडिया अपेक्षाकृत कुछ कमज़ोर हुई है। लेकिन, पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के कार्यकाल में भारतीय टीम शिखर पर थी।
ऐसे कई प्लेयर्स रहे हैं, जिन्होंने आईसीसी द्वारा आयोजित टूर्नामेंट में लगातार शानदार प्रदर्शन किया है। जबकि कुछ ऐसे प्लेयर रहे हैं जिन्होंने अपने प्रदर्शन के बल मैन ऑफ द मैच भी जीता है।
तो चलिए, एक नज़र डालते हैं उन भारतीय प्लेयर्स की सूची पर जिन्होंने आईसीसी द्वारा आयोजित लिमिटेड ओवर्स के टूर्नामेंट में सबसे अधिक बार मैन ऑफ द मैच पुरुस्कार अपने नाम किया है।
4.) विराट कोहली:
विराट कोहली अब तक कोई भी आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीत सके हैं। लेकिन उन्होंने, कई बार टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया है। कप्तान कोहली ने आईसीसी के सीमित ओवरों के टूर्नामेंट में कुल 8 बार मैन ऑफ द मैच पुरस्कार हासिल किया है। इनमें से पांच बार उन्होंने टी-20 विश्वकप में प्राप्त किया है।विराट ने आईसीसी टी-20 विश्वकप 2012 और 2016 के संस्करण में दो-दो बार मैन ऑफ द मैच पुरुस्कार अपने नाम किया था। जबकि साल 2014 में हुए टी-20 विश्वकप में उन्हें एक बार मैन ऑफ द मैच चुना गया था।
गौरतलब है कि, साल 2009 में हुई चैंपियंस ट्रॉफी में विराट ने अपना पहला आईसीसी मैन ऑफ द मैच अवार्ड जीता था। साल 2011 के एकदवसीय विश्वकप में भी विराट ने अच्छा प्रदर्शन किया था लेकिन यह पुरस्कार नहीं जीत सके थे।जबकि, साल 2015 और 2019 के एकदिवसीय विश्वकप में पाकिस्तान और वेस्टइंडीज के खिलाफ हुए मैच में प्लेयर ऑफ द मैच थे।
3.) रोहित शर्मा
रोहित शर्मा बीते कुछ वर्षों से टीम इंडिया के लिए लगातार अच्छा प्रदर्शन करते आ रहे हैं। आईसीसी द्वारा आयोजित टूर्नामेंट में भी रोहित अपना नियंत्रण और नियमित प्रदर्शन बरकरार रखने का प्रयास करते हैं। रोहित ने साल 2007 में हुए आईसीसी टी-20 विश्वकप के पहले संस्करण में दो मैन ऑफ द मैच पुरुस्कार अपने नाम किए थे।
इसके अलावा, रोहित साल 2017 में आयोजित चैम्पियंस ट्राफी में भी मैन ऑफ द मैच जीतने में कामयाब रहे थे। इतना ही नही, वह साल 2015 में आयोजित विश्वकप में एक बार तथा 2019 में हुए विश्वकप में चार बार मैन ऑफ द मैच रहे। रोहित ने इस टी-20 विश्वकप में अफगानिस्तान के खिलाफ हुए मैच में भी 74 रनों की शानदार पारी खेलने के बाद मैन ऑफ द मैच चुने गए थे।
2.) युवराज सिंह:
युवराज सिंह भी आईसीसी के सीमित ओवरों के टूर्नामेंट में अब तक के सबसे अधिक मैन ऑफ द मैच पुरस्कार पाने वाले भारतीयों में से एक हैं। पंजाब के इस ऑलराउंडर ने अपने करियर में कुल नौ बार यह पुरस्कार जीता है। युवी ने पहली बार साल 2000 में चैंपियंस ट्रॉफी में एक युवा खिलाड़ी के रूप में शानदार प्रदर्शन किया था। इस दौरान उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुए मैच में 84 रनों की मैच जिताऊ पारी खेली थी। जिस कारण उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया था।
हालांकि, इसके बाद युवराज सिंह को आईसीसी के किसी इवेंट में प्लेयर ऑफ द मैच बनने में सात साल का लंबा इंतजार करना पड़ा। युवराज ने साल 2007 के टी-20 विश्वकप में इंग्लैंड के खिलाफ अपने करियर की सबसे शानदार पारी खेली थी। इस मैच में उन्होंने एक ओवर में लगातार छह छक्के लगाए थे।
इसके बाद अगले मैच में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी अच्छा प्रदर्शन करते हुए इस अवार्ड को अपने नाम किया। इतना ही नही वह, 2011 विश्वकप में भी उन्होंने प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ सम्मान के साथ ही चार बार मैन ऑफ द मैच पुरस्कार अपने नाम किए थे।
1.) सचिन तेंदुलकर:
क्रिकेट के रिकॉर्ड की बात कर रहे हों और उसमें सचिन तेंदुलकर का नाम न हो ऐसा बहुत कम देखा गया है। आईसीसी के सीमित ओवरों के टूर्नामेंट में सबसे अधिक मैन ऑफ द मैच पुरस्कार पाने वाले भारतीयों की इस सूची में सचिन तेंदुलकर सबसे आगे हैं। मास्टर ब्लास्टर कभी भी किसी भी टी 20 विश्व कप में नहीं खेले थे। इसलिए, उनके मैन ऑफ द मैच केवल 50 ओवर की प्रतियोगिताओं में ही आए थे।
इसमें से एक बार उन्होंने साल 1998 में चैम्पियंस ट्राफी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 141 रनों की दमदार पारी खेलने के बाद हासिल किया था। इतना ही नहीं, उन्होंने इसी मुकाबले में चार विकेट भी हासिल किए थे। इसलिए, उन्हें योग्य रूप से मैन ऑफ द मैच अवार्ड दिया गया था आईसीसी टूर्नामेंटों में सचिन की बाकी उपलब्धियां विश्वकप में ही रही हैं। एकदिवसीय विश्वकप में मैन ऑफ द मैच पुरुस्कार पाने वाले प्लेयर्स की सूची में वह भारत में ही नही बल्कि पूरी दुनिया में सबसे आगे हैं। सचिन ने कुल 9 बार यह पुरस्कार अपने नाम किया है।
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