भारतीय टीम के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री का मानना है कि चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान रवींद्र जडेजा को टीम की कप्तानी करते हुए अपने नजरिये में बदलाव करना चाहिए। शास्त्री ने कहा है कि ऑलराउंडर को मैदान में खिलाड़ियों के साथ बातचीत करने की जरुरत है। शास्त्री ने ईएसपीएनक्रिकइंफो के साथ बातचीत में कहा है कि जडेजा खुद पर ज्यादा दबाव महसूस कर रहे है।
क्रिकेटर से कमेंटेटर बने शास्त्री का कहना है कि जडेजा के लिए कप्तान के रूप में एमएस धोनी की कमी को पूरा कर पाना चैलेंजिंग है। उन्हें फैसले खुद लेने होंगे। इससे अन्य खिलाड़ियों पर भी असर पड़ेगा।
रवि शास्त्री ने कहा, “इससे बहुत फर्क पड़ता है, आप शायद आईपीएल में अब तक के सर्वश्रेष्ठ कप्तान में से एक की जगह ले रहे हैं। एमएस धोनी की जगह भर पाना आसान नहीं है लेकिन आप जडेजा से क्या चाहते हैं? उन्हें कप्तान के तौर पर खुद को साबित करके दिखाना है। मुझे लगता है कि वह दबाव में है। मैं चाहता हूं कि वह खिलाड़ियों के साथ ज्यादा बातचीत करें। इस तरह की चीजों को जल्दी करने की जरूरत होती है क्योंकि इससे आपकी बॉडी लैंग्वेज का पता चल जाएगा और इसका अन्य खिलाड़ियों पर भी असर पड़ेगा।”
चेन्नई सुपर किंग्स ने अभी तक इस सीजन में अभी तक 3 मैच खेले है और तीनों ही मैचों में टीम को हार का सामना करना पड़ा था। अब टीम अपना अगला मैच आज डीवाई पाटिल स्टेडियम, मुंबई में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ खेलेगी।
“मुझे नहीं लगता कि बल्लेबाजी सीएसके के लिए एक मुद्दा है”- सैम करन
वहीं इंग्लैंड के ऑलराउंडर सैम करन जो पिछले साल सीएसके टीम का हिस्सा थे उनका कहना है कि टीम के गेदबाजों को जल्दी विकेट लेने की कोशिश करनी चाहिए। उनके पास एक मजबूत बैटिंग लाइनअप है, लेकिन अगर वे मैच जीतना चाहते हैं तो उनके गेंदबाजों को पावरप्ले में विकेट लेने होंगे।
ईएसपीएनक्रिकइंफो के साथ बातचीत में सैम करन ने कहा, “आपको पावरप्ले में विकेट लेने होंगे। अगर वे ऐसा करते है तो यह बेहतर होगा। बैटिंग लाइनअप बहुत अच्छा है और मुझे नहीं लगता कि यह मुद्दा है। यह विरोधी टीम के पावरप्ले में 2-3 विकेट लेने के साथ उन्हें 50-60 रन तक रोकने के बारे में है।”