शनिवार को वानखेड़े स्टेडियम में मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) और दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) का मैच था। दिल्ली के लिए यह एक मस्ट-विन मैच था। ग्रुप स्टेज में दिल्ली का यह आखिरी मैच था और प्लेऑफ में पहुंचने के लिए दिल्ली को यह मैच जीतना जरूरी था। इसी मैच के एक अहम क्षण में मुंबई के बल्लेबाल टिम डेविड के एक कैच पर ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने रिव्यू नहीं किया। इस एक फैसले ने मैच के परिणाम को प्रभावित किया। दिल्ली के कप्तान ऋषभ पंत ने बाद में बताया कि उन्होंने खुद ही लिए गए कैच पर रिव्यू क्यों नहीं किया।
मुंबई की पारी के 15वें ओवर में टिम डेविड बैटिंग करने आए। शार्दुल ठाकुर गेंदबाजी कर रहे थे। पहली ही बॉल पर गेंद ने बल्ले का किनारा लिया और विकेट के पीछे दिल्ली के कप्तान और विकेटकीपर ऋषभ पंत के दस्तानों में समा गई। पंत इस कैच को लेकर एक्साइटेड थे लेकिन 30 गज के दायरे के भीतर के अन्य फील्डर इस कैच को लेकर उत्साहित नहीं दिखे और आखिर में पंत ने रिव्यू ना लेने का फैसला किया।
साथी खिलाड़ियों की राय जुदा थी: ऋषभ पंत
मैच के बाद अवार्ड सेरेमनी के समय पंत ने कहा कि, ”मुझे लगा कि कुछ आवाज आई लेकिन सर्कल के अंदर के बाकी लोगों को ऐसा नहीं लगा। मैने सबसे पूछा कि क्या हमें थर्ड अंपायर के पास जाना चाहिए लेकिन आखिर में हमने रिव्यू नहीं लेने का फैसला किया।”
इस मिले जीवनदान का टिम ने पूरा फायदा उठाया और सिर्फ 11 गेंदों पर 309.09 के स्ट्राइक रेट से 34 रन बनाए। चेज करती हुई मुंबई को इससे बहुत फायदा हुआ। इस तूफानी पारी के बाद जब टिम डेविड ऑउट हुए तब तक मुंबई को 13 गेंदों पर सिर्फ 15 रनों की जरूरत थी। रमनदीप सिंह ने बाद के बचे हुए रन बना कर मुंबई को जीत दिला दी।
इस हार के साथ ही दिल्ली आईपीएल 2022 से बाहर हो गई। हालांकि वे ट्रॉफी जीतने में असफल रहे लेकिन पिछले 3 सीजन से वे प्लेऑफ तक पहुंचने में तो सफल रहे थे।
दिल्ली के कप्तान पंत ने बाद में यह भी कहा कि उन्होंने मैच को अपनी पकड़ से दूर जाने दिया। उन्होंने कहा –
“मुझे लगता है कि मैच के अधिकतर हिस्से में हम उनसे आगे थे। कुछेक मौकों पर जब हम आगे थे, हमने मैच को अपनी पकड़ से जाने दिया। हम पूरे टूर्नामेंट में यही करते आए हैं। बात मैच के दबाव की नहीं है बल्कि उसी समय पर हम अपनी प्लैनिंग को बेहतर तरीके से मैदान पर उतार सकते थे। इस टूर्नामेंट में हमने लगातार ऐसा ना कर सकने की गलती की है।