मशहूर टेनिस प्लेयर राफेल नडाल से जुड़ी वो बातें जो आपको जानना चाहिए
राफेल नडाल चोट के कारण बीते 7 महीने से कोर्ट से दूर हैं। लेकिन, अब ऐसी खबरें आ रहीं हैं कि वे जल्द ही कोर्ट में दिखाई देंगे।
किंग ऑफ क्ले के नाम से मशहूर स्पेन के टेनिस खिलाड़ी राफेल नडाल पिछले काफी समय से कोर्ट पर राज कर रहे हैं। हालांकि, कोहनी और घुटनों की चोट ने उनके खेल को प्रभावित किया है। और, बीते कुछ समय से बाहर हैं। लेकिन, जल्द ही कोर्ट वापसी करने वाले हैं।
गत महीने ऐसी कुछ ख़बरें थीं कि वह ऑस्ट्रेलियन ओपन से वापसी करेंगे। लेकिन अब यह साफ हो चुका है कि पूर्व विश्व चैंपियन राफेल नडाल दिसंबर में होने वाले मुबाडाला वर्ल्ड चैंपियनशिप में खेलने के लिए बेहद बेताब हैं। 3 जून 1986, को जन्मे नडाल ने लॉन टेनिस में उस बुलंदी को हासिल किया है। जो, कई लोगों के लिए एक स्वर्णिम सपना हो सकता है।
आज के इस लेख में हम ‘किंग ऑफ क्ले’ राफेल नडाल से जुड़े कुछ ऐसे दिलचस्प तथ्यों को जानेंगे जिसे बहुत कम लोग जानते हैं।
1.) राफेल नडाल स्वाभाविक रूप से हैं राइट हैंडर:
यह बहुत कम लोग जानते हैं कि, राफेल नडाल मुख्य रूप से राइट हैंडर हैं। लेकिन, राफेल जब बड़े हो रहे थे तब उनके चाचा और मशहूर टेनिस कोच टोनी नडाल ने देखा कि राफेल कोर्ट के दोनों ओर दोनों हाथों से वार कर रहे हैं। जिसके बाद, पता चला कि वह वास्तव में दाहिने हाथ से भी बैकहैंड हिट कर सकते हैं।
आज नडाल भले ही टेनिस कोर्ट से दूर हैं लेकिन जब वह कोर्ट में होते हैं। तब, बाएं हाथ के सबसे बड़े खिलाड़ी के रूप में प्रदर्शन करते हुए दिखाई देते हैं। नडाल के फैंस निश्चित ही उन उम्मीद कर रहे होंगे कि जब वह मुबाडाला वर्ल्ड चैंपियनशिप में खेलने उतरें तब एक बार चैंपियन बनें।
2.) फुटबॉल की जगह चुना टेनिस:
राफेल नडाल के बहुत सारे फैंस यह मानते होंगे कि वह सिर्फ एक खेल यानि टेनिस में ही सर्वश्रेष्ठ रहे हैं। हालांकि, यह अधूरा सत्य है क्योंकि उन्होंने बहुत कम उम्र में फुटबॉल और टेनिस दोनों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया था।
चूंकि, राफेल के चाचा, टोनी नडाल बार्सिलोना और आरसीडी मल्लोर्का के लिए फुटबॉल भी खेल चुके थे। इसलिए, राफेल नडाल को भी क्लब फुटबॉल में बेहद रुचि थी। इतना ही नहीं, 12 वर्ष की उम्र में, वह एक ऐसे मोड़ पर थे, जहाँ उसके सामने फ़ुटबॉल या टेनिस चुनने का विकल्प था लेकिन उन्होंने अंतिम विकल्प के रूप में टेनिस का चयन किया।
3.) 15 साल की उम्र में ग्रैंड स्लैम चैंपियन को हराया:
राफेल नडाल ने दुनिया का ध्यान अपनी ओर तब आकर्षित किया जब वह पूर्व ग्रैंड स्लैम विजेता पैट कैश को हराने में सफल रहे थे। उन्होंने साल 1987 के विंबलडन विजेता को कोर्ट पर आक्रामकता के एक आकर्षक प्रदर्शन के साथ धराशायी कर दिया था।
हालांकि पैट सेवानिवृत्त हो गए थे, फिर भी उन्होंने दुनिया भर में विभिन्न आयोजनों में भाग लेना जारी रखा और नडाल ने उन्हें एक फ्रेंडली मैच में हरा दिया था। चूंकि, उन्होंने एक ऐसे दिग्गज को हराया था जिसने लंबे समय तक टेनिस कोर्ट में राज किया था। इसलिए सबका ध्यान उनकी ओर आना स्वाभाविक था।
4.) असाधारण और अंधविश्वासी:
राफेल नडाल के बहुत सारे फैंस यह सोचते हैं और शायद आप भी यही सोचते होंगे कि, इतने उच्च स्तर के खिलाड़ी के रूप में स्थापित हो चुके नडाल बिल्कुल पिक्चर-परफेक्ट होंगे। लेकिन, यह बेहद दिलचस्प है कि वह सामान्य लोगों की तरह ही रहते हैं और बहुत हद तक अंधविश्वासी भी हैं।
नडाल के अंधविश्वासी होने की प्रमुख प्रथाओं में से एक मैच से पहले और मैच के दौरान अपनी पानी की बोतलें रखना है। हर बदलाव के बीच, राफेल यह सुनिश्चित करते हैं उनकी बॉटल सही ढंग से और सुरक्षित रूप से रखी हुई है।
5.) किंग ऑफ क्ले:
किंग ऑफ क्ले का अर्थ है मिट्टी का राजा। चूंकि, टेनिस करीयर में राफेल नडाल की सफलताओं में से अधिकांश सफलताएं क्ले कोर्ट में ही आयीं हैं इसलिए उन्हें किंग ऑफ क्ले कहना एकदम सटीक बैठता है। क्ले कोर्ट में राफेल की बादशाहत में 13 फ्रेंच ओपन, 11 मोंटे कार्लो मास्टर्स और 11 बार्सिलोना खिताब शामिल हैं।
चूंकि, वह असाधारण रूप से तेज खिलाड़ी है जो कि क्ले कोर्ट के लिए सबसे अधिक आवश्यक है। इसलिए, यह उन पर अधिक सूट करता है और अत्यधिक टॉपस्पिन के साथ उनका खेलना उन्हें किंग ऑफ क्ले बनाता है। तो, आप भी दुआएं कीजिए कि, मशहूर टेनिस स्टार राफेल नडाल जब चोटों से उबरते हुए मुबाडाला वर्ल्ड चैंपियनशिप के कोर्ट पर हों तब एक बार फिर फॉर्म में दिखाई दें।