CricketFeature

ऑस्ट्रेलिया की प्लेइंग इलेवन जब रिकी पोंटिंग ने अपना टेस्ट डेब्यू किया

टेस्ट क्रिकेट (Test Cricket) की बात की जाती हैं तो रिकी पोंटिंग (Ricky Ponting) सबसे ज्यादा रन बनाने के मामलें में दूसरे स्थान पर काबिज है। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पोंटिंग ने अपने टेस्ट करियर में 168 मैच खेले है और 51.85 के औसत की मदद से 13378 रन अपने नाम किये है। इस दौरान उनके बल्ले से 41 शतक, 6 दोहरे शतक और 62 अर्धशतक देखने को मिले है।

Advertisement

अपने टेस्ट करियर में उन्होंने कई रिकॉर्ड बनाये है और तोड़े है। 1995 में श्रीलंका के खिलाफ पर्थ में पोंटिंग ने अपना पहला टेस्ट खेला था। ऑस्ट्रेलिया ने उस मैच को आसानी से जीत लिया और पोंटिंग ने अपने डेब्यू मैच में शानदार प्रदर्शन करके दिखाया है। हम आपको ऑस्ट्रेलिया के उस प्लेइंग इलेवन के बारे में बताने जा रहे है जब रिकी पोंटिंग ने अपना टेस्ट डेब्यू किया था।

सलामी बल्लेबाज: माइकल स्लेटर और मार्क टेलर (कप्तान)

माइकल स्लेटर और मार्क टेलर ऑस्ट्रेलिया के प्लेइंग इलेवन में सलामी बल्लेबाज थे जब रिकी पोंटिंग ने अपना टेस्ट डेब्यू किया। यह अपेक्षाकृत छोटा इंटरनेशनल करियर था लेकिन स्लेटर ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 74 टेस्ट खेले।

Advertisement

इस खास मैच में उन्होंने दोहरा शतक जड़ा. मार्क टेलर ने लगातार 50 मैचों में ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी की। पोंटिंग से पहले ऑस्ट्रेलिया ने उनकी कप्तानी में अच्छा प्रदर्शन किया था।

मिडिल आर्डर: डेविड बून, रिकी पोंटिंग, स्टुअर्ट लॉ और इयान हीली (विकेटकीपर)

दाएं हाथ के बल्लेबाज रिकी पोंटिंग बल्लेबाजी क्रम का एक हिस्सा थे जिसमें डेविड बून और स्टुअर्ट लॉ जैसे दिग्गज शामिल थे। पोंटिंग ने अपनी पहली पारी में 96 रन बनाए।

96 रन के स्कोर पर उन्हें चामिंडा वास ने एलबीडब्ल्यू आउट कर दिया। उस समय स्टंप्स के पीछे इयान हीली की लगातार उपस्थिति थी। हालाँकि इस मैच में उन्हें बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिल पाया।

Advertisement

ऑलराउंडर: मार्क वॉ और ब्रेंडन जूलियन

मार्क वॉ और ब्रेंडन जूलियन ऑस्ट्रेलिया के प्लेइंग इलेवन में ऑलराउंडर थे जब रिकी पोंटिंग ने अपना टेस्ट डेब्यू किया। मार्क वॉ नंबर 4 पर खेले और इस मैच में 111 रन की शतकीय पारी खेली।

मार्क ने गेंद से काफी योगदान दिया। इस खेल में भी उन्होंने कुल 7 ओवर फेंके। ब्रेंडन जूलियन ने ऑस्ट्रेलिया के लिए सात टेस्ट खेले लेकिन उनका फर्स्ट क्लास करियर यादगार रहा।

गेंदबाज: शेन वार्न, ग्लेन मैक्ग्रा और क्रेग मैकडरमोट

दाएं हाथ के तेज गेंदबाज क्रेग मैकडरमॉट को ज्यादातर क्रिकेट फैंस को याद नहीं होगा लेकिन वास्तव में, उनका करियर शानदार रहा। उन्होंने 71 मैचों में कुल 291 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाने में सफलता हासिल की है।

Advertisement

ग्लेन मैक्ग्रा और शेन वार्न रूप में, ऑस्ट्रेलिया को दो शानदार गेंदबाज मिले, जिन्होंने टीम को परिस्थितियों पर हावी होने में मदद की। वार्न टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज है और पिछले साल उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया था। उनके आकस्मिक निधन की वजह से क्रिकेट जगत को काफी धक्का लगा था।

Related Articles

Back to top button