आईपीएल फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) भारत की पहली स्पोर्ट्स यूनिकॉर्न बन गयी है। जिसकी मार्केट कैप हाल ही में 7600 करोड़ रुपये को पार कर गयी है। चेन्नई सुपर किंग्स के शेयरों की कीमत में तेजी से वृद्धि हुई है।
गौरतलब है कि चेन्नई सुपरकिंग्स ने पिछले साल दुबई में अपना चौथा आईपीएल खिताब जीता था। और, साथ ही साथ दो नई फ्रेंचाइजी को आईपीएल में शामिल किया गया था। निजी इक्विटी बाजार में चेन्नई सुपरकिंग्स का कुल मार्केट कैप और भी आगे बढ़ते हुए एक बिलियन अमेरिकी डॉलर को पार कर गया है।
अभी तक भारत में किसी भी स्पोर्टिंग स्टार्टअप ने चेन्नई सुपरकिंग्स से पहले 1 बिलियन अमरीकी डालर को बाजार में पार नहीं किया है। चेन्नई सुपरकिंग्स ने न केवल मैदान पर प्रदर्शन के मामले में, बल्कि प्रशंसकों के जुड़ाव के मामले में भी अग्रणी है। जिससे पूरी तरह से समझ में आता है कि यह क्यों भारत का पहला स्पोर्ट्स यूनिकॉर्न बनने में कामयाब हुआ हैं।
उल्लेखनीय है कि, चेन्नई सुपर किंग्स ने अब तक इंडियन प्रीमियर लीग में बारह सीजन खेले हैं। जिसमें कुल 11 बार आईपीएल प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई करने के लिए कामियाब रहा है। जो प्रतियोगिता के इतिहास में एक रिकॉर्ड के रूप मे दर्ज़ हुआ है।
यदि हम संख्या के आधार पर तुलना की जाए तो जीते गए खिताबों में चेन्नई सुपर किंग्स नंबर दो पर है। जिसमें चार इंडियन प्रीमियर लीग खिताब और दो चैंपियंस लीग खिताब शामिल है। जबकि मुंबई इंडियंस पांच इंडियन प्रीमियर लीग खिताब और 2 चैंपियंस लीग खिताब के साथ शीर्ष पर सुशोभित है। यदि प्लेऑफ की योग्यता के मामले में विश्लेषण किया जाए तो चेन्नई सुपर किंग्स बाकी की अन्य टीमों से मीलों आगे है।
चेन्नई सुपरकिंग्स के स्पोर्ट्स यूनिकॉर्न बनने के पीछे महेंद्र सिंह धोनी है बड़ा कारण:
चेन्नई सुपर किंग्स के पूरे देश में बड़े पैमाने पर प्रशंसक हैं, न सिर्फ़ चेन्नई में बल्कि पूरे देश में है यह जगजाहिर है। चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, देश में अब तक के सबसे बड़े क्रिकेट सुपरस्टार में से एक है। इसके पीछे का मुख्य कारण है। साथ ही सुरेश रैना और रवींद्र जडेजा की पसंद ने भी पूरे देश में फ्रेंचाइजी की लोकप्रियता बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभाई है।
गौरतलब है कि, महेंद्र सिंह धोनी अब लंबे समय तक खेलना जारी नहीं रखेंगे किन्तु प्रबंधन सेट-अप के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में फ्रैंचाइज़ी के साथ जुड़े होने की संभावना है। चेन्नई सुपर किंग्स के लिए एक ऐसा कप्तान खोजना महत्वपूर्ण है जो धोनी की विरासत को आगे ले जा सके। क्योंकि अगर उन्हें बाजार के मूल्यांकन को बरकरार बनाए रखना है जो उन्होंने हासिल किया है, तो टीम को जमीन पर लगातार बने रहना होगा। जैसा कि वे बीते सालों से करते आ रहे हैं।
हाल ही में, ऐसी बातें सामने आ रहीं हैं कि, रवींद्र जडेजा चेन्नई सुपर किंग्स के भविष्य के लिए एक नेतृत्व के लिए विकल्प हो सकते है। लेकिन, यह देखा जाना अभी बाकी है कि धोनी उन्हें अपनी कमान सौंपने के पहले एक या दो सीज़न के लिए तैयार करते हैं या फिर धोनी खुद टीम का नेतृत्व करेंगे।