इंडियन प्रीमियर लीग के पिछले कुछ सीज़न में हमने सब कुछ देखा है। तेजतर्रार बल्लेबाजी से लेकर गेम-चेंजिंग बॉलिंग स्पैल तक, आखिरी गेंद की फिनिश से लेकर सुपर ओवर के रोमांच तक, शानदार शतकों से लेकर शानदार हैट्रिक तक, उम्दा कैच से लेकर सनसनीखेज रन-आउट तक, आईपीएल में आपको हर तरह का रोमांच देखने मिलेगा। लेकिन इस आकर्षक लीग को जो सबसे यादगार बनाता है वह है खिलाड़ियों की खेल भावना। ऐसे में हम इस आर्टिकल में आईपीएल इतिहास के पांच शानदार स्पिरिट मोमेंट्स के बारे में पढ़ेंगे।
1.) जब बटलर और पार्थिव रन लेने से इंकार कर दिया
मुंबई के सलामी बल्लेबज जोस बटलर और पार्थिव पटेल केकेआर की शानदार गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ वानखेड़े में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी कर रहे थे, तभी अचानक केकेआर के गेंदबाज क्रिस वोक्स के एक गेंद पर क्रिस लिन के पास एक कैच गया लेकिन वह कैच कुछ गज की दूरी पर ही गिर गया। क्रिस लिन कैच का प्रयास करते समय अजीब तरह से मैदान पर कूदे और उनके कंधे में चोट लग गई।
उसके बाद वह दर्द से कराह उठा और मदद के लिए चिल्लाए। इसके बाद हर कोई क्रिस की स्थिति को लेकर चिंतित हो गए, वहीं किसी ने इस बात पर गौर नहीं किया कि मुंबई के दोनों बल्लेबाजों ने रन न लगाने का फैसला किया।
2.) जब स्टेन ने एबी डिविलियर्स की बल्लेबाजी की तारीफ की:
साल 2014 के आईपीएल के एक मैच में आरसीबी को जीतने के लिए अंतिम दो ओवरों में 28 रनों की आवश्यकता थी, और सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान ने इन-फॉर्म स्टेन को अंतिम ओवर फेंकने के लिए गेंद सौंपी। उसके बाद जो हुआ वह पूरी क्रिकेट जगत को दंग कर दिया। आरसीबी के बल्लेबाज एबी डिविलियर्स ने अपने हमवतन को एक ओवर में 23 रन बनाकर मैच को जीत के करीब ले गए।
इस जीत के बाद जो हुआ वह सभी क्रिकेट प्रशंसकों का दिल जीत लिया। दरअसल स्टेन डिविलियर्स के पास गए और उनसे हाथ मिलाकर उन्हें बधाई दी और उनकी बल्लेबाजी को सराहा। यह पल हमारी यादों में हमेशा कैद रहेगा।
3.) जब सुरेश रैना ने पंत को सांतवना दी:
गुजरात लायंस ने पिछले सीजन में दिल्ली को 209 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य दिया था, जिसके बाद दिल्ली के सलामी बल्लेबाज संजू सैमसन और ऋषभ पंत ने टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई। जिसके बाद गुजरात की गेंदबाजी आक्रमण विफल दिख रहा था, और जब पंत अपने पहले आईपीएल शतक के करीब थे।
हालांकि, तभी वह आउट हो गए। लेकिन आउट होने के बाद पंत को विश्वास नहीं हो रहा था कि वह आउट हो गए है, इसके बाद गुजरात के कप्तान सुरेश रैना पंत के पास गए ओर उन्हें सांत्वना दी जिसके बाद वह मैदान से बाहर गए।
4.) गौतम गंभीर ने जब अपनी मैन ऑफ द मैच देवव्रत दास को दिया:
गौतम गंभीर ने साल 2012 में केकेआर की कप्तानी कर रहे थे उस दौरान उन्होंने एक आईपीएल मैच में सीएसके के खिलाफ 52 गेंदों में 63 रन बनाए, जिससे उनकी टीम को बड़े स्कोर बनाने में मदद मिली।
लेकिन यह मैच उनकी पारी के लिए नहीं बल्कि खेल के बाद उन्होंने जो किया उसके लिए याद किया जाता है। मैन ऑफ द मैच घोषित होने के बावजूद गंभीर ने अपने खिलाड़ी देवव्रत दास को बुलाया और उन्हें पुरस्कार दिया। दास ने उस मैच में 4 गेंदों में 11 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली जिससे उनकी टीम को जीत मिली।
5.) जब हाशिम आमला फील्डिंग टीम के अपील करने से पहले ही क्रीज छोड़ कर पवेलियन लौट गए:
पंजाब के इन-फॉर्म सलामी बल्लेबाज हाशिम अमला पहले ही ओवर में आरसीबी के गेंदबाजी अनिकेत चौधरी की गेंद पर आउट हो गए। दरअसल गेंदबाज और विकेटकीपर दोनों ने अपील नहीं की,
हालांकि, अमला को पता था कि उनके बल्ले से गेंद छू चुकी है जिसके बाद वह खुद ही पवेलियन की ओर चल दिए। उनकी यह ईमानदारी पंजाब के लिए काभी महंगी साबित हुई और उनकी टीम केवल 139 रन बनाने में ही सफल रहा। अमला की इस ईमानदारी को लंबे समय तक याद रखा जाएगा।