टिम पेन ने बताया क्यों उन्होंने भारतीय खिलाड़ियों पर अपनी निराशा जाहिर की
टिम पेन (Tim Paine) जो पास्ट में ऑस्ट्रेलिया के कप्तान के रूप में काम कर चुके थे भारतीय क्रिकेट खिलाड़ियों की आलोचना करते रहे हैं, जिन्होंने 2020/21 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में टीम की कमान संभाली थी। इस सीरीज में बायो बबल को तोड़ने का एक इंसिडेंट देखने को मिला था। यह इंसिडेंट तब चर्चा में आया जब एक फैंस ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें रोहित शर्मा, ऋषभ पंत, शुभमन गिल, पृथ्वी शॉ और नवदीप सैनी को मेलबर्न में एक रेस्तरां के अंदर बायो-बबल नियम को तोड़ते हुए देखा गया था।
वीडियो रिकॉर्ड करने वाले फैंस ने पहले विरोध किया और कहा कि उसने खिलाड़ियों के बिलों को कवर किया है और उनमें से एक को गले लगा लिया है। उसने यह भी कहा कि उसने वीडियो बनाया था। ऐसा बयान देने के बाद उसने दोबारा कहा कि भारतीय खिलाड़ियों ने उनसे दूरी बनाए रखी। ऑस्ट्रेलियाई मीडिया में चल रहे दावों के मुताबिक, बायो-बबल नियमों को तोड़ने के लिए बीसीसीआई द्वारा खिलाड़ियों की जांच की जा रही थी। हालांकि बाद में बोर्ड ने इसका खंडन किया।
टिम पेन ने क्या कहा ?
नीरज पांडे (Neeraj Pandey) द्वारा निर्देशित और निर्मित “बंदों में था दम” नामक डॉक्यूमेंट्री में वूट सलेक्ट पर पेन के बयानों को कल पब्लिक किया गया था। यह बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2020/21 डॉक्यूमेंट्री का सब्जेक्ट है, जो ऐतिहासिक सीरीज में ऑस्ट्रेलिया पर भारत को मिली जीत पर बधाई भी देता है।
पेन ने कहा, “चार या पांच लोगों ने पूरी टेस्ट सीरीज को संकट में डाल दिया है। किस हद तक? सिर्फ कुछ चिप्स और मस्ती-मज़ाक करने लिए। मेरा मानना था कि वो काफी स्वार्थी थे।”
ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम के वर्तमान कप्तान पैट कमिंस ने कहा, “ऑस्ट्रेलिया की ओर से कुछ खिलाड़ी इस इंसिडेंट से परेशान थे क्योंकि वे अपने परिवार और दोस्तों से दूर क्रिसमस बिता रहे होंगे। यह कुछ ऐसा था जिसने बहुत से लड़कों को परेशान किया। खासकर उन लोगों को जिन्हें अपने परिवार से अलग क्रिसमस बिताने के लिए मजबूर किया गया था। पैट कमिंस ने कहा, हमने उस ट्रिप पर वहां पहुंचने के लिए काफी त्याग किया, यह सुनने के लिए कि दूसरी टीम नियमों की धज्जियां उड़ा रही है और इसे गंभीरता से नहीं ले रही है।”
दरअसल, तस्वीरों में दिख रहे खिलाड़ी सिर्फ अपने टेकअवे ऑर्डर का इंतजार कर रहे थे: अजिंक्य रहाणे
हालांकि, अजिंक्य रहाणे ने कहा कि कहानी में कोई दम नहीं था और तस्वीरों में दिख रहे भारतीय खिलाड़ी अपने टेकअवे ऑर्डर का इंतजार कर रहे थे। खराब मौसम के कारण उन्हें अंदर इंतजार करने को मजबूर होना पड़ा। मीडिया में जो जानकारी दी गई वह पूरी तरह से झूठी थी।