ऋद्धिमान साहा ने उनके बोरिया मजूमदार से जुड़े विवाद के बारे में दिया बड़ा बयान, जानें क्रिकेटर ने क्या कहा
अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) ने उस इशू के बारे में बात की है जिसमें पत्रकार बोरिया मजूमदार भी शामिल थे। साहा ने एक चौंकाने वाले ट्वीट में दावा किया था कि इस साल की शुरुआत में एक पत्रकार ने उन्हें इंटरव्यू न देने पर धमकी दी थी। हालांकि, उन्होंने काफी समय तक पत्रकार की पहचान का खुलासा नहीं किया था।
दाएं हाथ के बल्लेबाज ने ट्विटर सहित सोशल मीडिया पर पत्रकार के साथ अपनी बातचीत के स्क्रीनशॉट पोस्ट किए, जिसके कारण बीसीसीआई भी शामिल हो गया। इसमें मजूमदार को दोषी पाया गया। इसके बाद बोरिया मजूमदार पर दो साल का बैन लगा दिया गया।
भारतीय बल्लेबाज ने पहले कहा कि वह इसे सार्वजनिक नहीं करना चाहते थे क्योंकि “हर किसी का अपना करियर होता है”, लेकिन पत्रकार ने जो किया उन्हें इसका ज्यादा मलाल नहीं था। इसके बाद बल्लेबाज ने पत्रकार की पहचान का खुलासा कर दिया।
मजूमदार विवाद पर बोले साहा
साहा ने स्पोर्ट्स टुडे को दिए इंटरव्यू में कहा, “मैं दुनिया को दिखाना चाहता था कि वहाँ पत्रकार हैं जो इंटरव्यू लेने के लिए किसी भी हद तक जानें को तैयार हैं। मुझे उसके बाद पता चला कि उन्होंने पहले भी ऐसा ही किया था और इसलिए बीसीसीआई ने कदम रखा और उन्हें सजा सुनाई लेकिन मुझे बाद में पता चला कि वो पहले भी ऐसी चीजें कर चुके हैं।”
उन्होंने कहा, “सबसे पहले, मुझे इसके बारे में बात करने का मन नहीं था, क्योंकि दिन के अंत में, हर किसी का अपना पेशा होता है। यह कुछ ऐसा नहीं है जिसमें मेरी दिलचस्पी है लेकिन अगर दूसरे व्यक्ति को इस बात का कोई दुख नहीं है कि उन्होंने क्या किया, तो आप कब तक चुप रह पाएंगे?”
बीसीसीआई ने भारत में होने वाले किसी भी क्रिकेट मैच के लिए मजूमदार को प्रेस के सदस्य के रूप में मान्यता प्रदान नहीं करने का फैसला किया है, जिसमें लोकल और इंटरनेशनल दोनों तरह के मैच शामिल हैं। इसके अलावा सीनियर पत्रकार दो साल के बैन के दौरान भारत में किसी भी रजिस्टर्ड खिलाड़ी भी नहीं ले सकेगा।