CricketFeature

डेब्यू के कुछ महीनों के भीतर ही खत्म हो गया इन चार भारतीय क्रिकेटरों का करियर

भारतीय क्रिकेट टीम की ओर से खेलते हुए कई खिलाड़ियों ने अपना लंबा करियर बनाया है जबकि कई ऐसे भी खलाड़ी रहे जिसमें प्रतिभा की कमी तो नहीं रही लेकिन उनको टीम इंडिया की जर्सी में खेलने का मौका तक नहीं मिला तो कई ऐसे भी खिलाड़ी रहे जो भारतीय टीम में अपना डेब्यू तो किया लेकिन उनका करियर ज्यादा लंबा नहीं चल सका। इस आर्टिकल में हम उन चार भारतीय खिलाड़ियों के बारे में जानेंगे जिनका अंतरराष्ट्रीय करियर लंबा नहीं चल सका।

Advertisement

सुब्रमण्यम बद्रीनाथ

तमिलनाडु के खिलाड़ी सुब्रमण्यम बद्रीनाथ ने फर्स्ट क्लास में दस हजार से ज्यादा रन बनाए थे।आईपीएल में भी उन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से खेलते हुए काफी मौचों में अहम भूमिका निभाई थी। बद्रीनाथ लगातार दो बार आईपीएल जीतने वाली टीम का हिस्सा भी रह चुके हैं। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने साल 2010 में टीम इंडिया के लिए डेब्यू किया था और साउथ अफ्रीका के लिए खेलते हुए उन्होंने अपने पहले ही मैच में 56 रन की पारी खेली थी। अच्छी शुरुआत के बावजूद उनका करियर लंबा नहीं चल सका और भारतीय टीम के लिए उन्हें 2 टेस्ट, 7 वनडे और 1 टी20 ही खेलने का मैका मिला।

दीप दासगुप्ता

दीप दासगुप्ता ने इंग्लैंड के खिलाफ अपने पहले टेस्ट में ही शतक लगाया था और अपने दूसरे टेस्ट में 60 रन की पारी खेली थी। उन्होंने कुल आठ टेस्ट में भारत के लिए अपना योगदान दिया और जिसमें उन्होंने 28.66 की औसत से 344 रन बनाए थे। दीप का करियर साल अक्टूबर 2001 में शुरू हुआ और अप्रैल 2002 में सिमट गया।

Advertisement

नमन ओझा

नमन ओझा का अंतरराष्ट्रीय करियर इतना लंबा तो नहीं रहा लेकिन फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया और अपने नाम कई रिकॉर्ड दर्ज किए। नमन रणजी ट्राफी में विकेट के पीछे सबसे अधिक शिकार करने वाले विकेट कीपर हैं। नमन ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत साल 2010 मे श्रीलंका के खिलाफ की थी उसी साल उन्हें भारतीय टीम की ओर से टी20 भी खेलने का मैका मिला। नमन को भारत की ओर से एक टेस्ट एक वनडे और दो टी20 मैच खेलने का मौका मिला।

आकाश चोपड़ा

आकाश चोपड़ा एक जाने माने टीवी कॉमेंटर के रूप में काम करते हैं। हालांकि, उनका क्रिकेट करियर इतना लंबा नहीं रहा। उन्होंने अक्टूबर 2003 में भारत की ओर से न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट में डेब्यू किया था और उन्होंने अपना अंतिम टेस्ट अक्टूबर 2004 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था। इस दौरान उन्होंने कुल दस टेस्ट मैच में भारतीय टीम के लिए अपना योगदान दिया था।

Advertisement

Related Articles

Back to top button