पिछले कुछ सालों में खेले गए वनडे और टी20 मैचों में कई करीबी मुकाबले देखे गए हैं जिस मैच का परिणाम अंतिम ओवर में तय हुआ है। यह प्रशंसकों के लिए हमेशा मनोरंजक होता है जब खेल का पिणाम अंतिम ओवर में निकलता है।
यहीं पर फिनिशर और डेथ ओवर गेंदबाजों की भूमिका बढ़ जाती है। गेंदबाजों के लिए यॉर्कर, धीमी गेंदें और धीमी बाउंसर उनके लिए काफी महत्वपूर्ण हो जाती है। जबकि बल्लेबाजों के लिए अपने आप पर भरोसा करना, अपने आप को शांत रखना और क्रीज की गहराई का उपयोग करना काफी महत्वपूर्ण हो जाता है।
भारत के पास एमएस धोनी, युवराज सिंह, सुरेश रैना और दिनेश कार्तिक जैसे कुछ शीर्ष स्तर के फिनिशर रहे हैं। और इन खिलाड़ियों ने खेल के अंतिम ओवर में छक्का लगाकर मैच में जीत हासिल की है।
एसे में इस आर्टिकल में हम उन 6 खिलाड़ियों के बारे में बात करेंगे जिन्होंने मैच के अंतिम ओवर में छ्क्का लगाकर टीम को जीत दिलाई है।
अक्षर पटेल
भारत और वेस्टइंडीज के बीच सीरीज का दूसार वनडे मैच 24 जुलाई को क्वींस पार्क ओवल में खेला गाय था। मेजबान टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और 50 ओवर में छह विकेट के नुकसान पर कुल 311 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी रही, सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल ने 43, श्रेयस अय्यर ने 63 और विकेट कीपर बल्लेबाज संजू सैमसन ने 54 रन बनाए।
तब भारत को जीत के लिए 68 गेंदों में 107 रन चाहिए थे। इसके बाद अक्षर पटेल ने वनडे में अपना पहला अर्धशतक बनाकर भारतीय टीम को जीत के करीब पहुंचा दिया। आखिरी ओवर में काइल मेयर्स के हाथ में गेंद थी और भारत को जीत के लिए छह गेंदों पर आठ रन चाहिए थे। अक्षर पटेल ने चौथे गेंद पर छ्क्का लगाकर भारतीय टीम के लिए जीत सुनिश्चित की।
एमएस धोनी
साल 2013 में वेस्टइडीज में भारत और श्रीलंका के बीच त्रिकोणीय सीरीज का फाइनल मैच खेला जा रहा था। इस दौरान एमएस धोनी भारत के कप्तान थे ओर खेल को फिनिश करने की क्षमता के लिए जाने जाते थे। इस मैच में श्रीलंकाई टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 201 रन ही बना सकी।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी रही। रोहित शर्मा ने 89 गेंदों में 58 रन बनाए। लेकिन इसके बाद भारत की वेकटों की झड़ी लग गई और महज 182 रन पर उनके नौ विकेट गिर गए थे। मैच अंतिम ओवर तक पहुंच गया जिसमें भारत को जीत के लिए छह गेंदों पर 15 रन चाहिए थे। एमएस धोनी स्ट्राइक पर थे। और उनहोंने चार गेंदों में ही मैच को जीत लिया। इस दौरान उन्होंने दो छक्का और एक चौका लगाया।
दिनेश कार्तिक
साल 2018 निधास टी20 ट्राई-सीरीज के फाइनल में बांग्लादेश और भारत की टीम आमने सामने थी। बांग्लादेश की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 168 रन बनाए थे। बांग्लादेश की ओर से सब्बीर रहमान ने 50 गेंदों में 77 रन बनाकर सर्वाधिक रन बनाए थे।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की ओर से रोहित शर्मा ने 42 गेंदों में 56 रन बनाए। लेकिन उनके अलावा और कोई बल्लेबाज नहीं चल सका। भारत को अंतिम दो ओवरों में जीत के लिए 34 रन चाहिए थे। एक छोर पर विजय शंकर बल्लेबाजी कर रहे थे तो दूसरी छोर पर दिनेश कार्तिक बल्लेबाजी करने आए।
कार्तिक ने खेल 19वें ओवर में 22 रन बनाकर खेला का पूरा समीकरण ही बदल दिया। अब भारत को छह गेंदों पर 12 रनों की दरकार थी। इसके बाद बांगलादेश के गेंदबाज सौम्या सरकार गेंदबाजी करने आए और अंतिम ओवर के शुरुआती पांच गेंद पर सिर्फ सात रन दिए। इसके बाद भारत को जीत के लिए अंतिम गेंद पर पांच रनो की जरूरत थी और दिनेश कार्तिक ने छ्क्का लगाकर मैच को भारत की झोली में डाल दिया।
हार्दिक पांड्या
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच का मैच हमेशा ही रोमांचक होता है। एक मैच के दौरान ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पांच विकेट के नुकसान पर 194 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी रही। 16.1 ओवर के बाद भारतीय टीम का स्कोर चार विकेट पर 149 रन पर था और उन्हें 23 गेंदों पर 56 रन चाहिए थे। तब क्रीज पर हार्दिक पांड्या और श्रेयस अय्यर मौजूद थे।
अब भारत को अंतिम ओवर में जीत के लिए 14 रन चाहिए थे। पंड्या स्ट्राइक पर थे और उन्होंने पहली तीन गेंदों पर एक डबल, छक्का और एक डॉट मिला। भारत को अगले तीन गेंदों पर छक्के की जरूरत थी और पंड्या ने मिड-विकेट के ऊपर से छक्का लगाकर भारत के लिए मैच जीत लिया।
हरभजन सिंह
भारत और पाकिस्तान के बीच एक एशिया कप का मैच खेला जा रहा था। पाकिस्तान के कप्तान शाहिद अफरीदी ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 267 रनो का स्कोर खड़ा किया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की ओर से सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर और कप्तान एमएस धोनी ने क्रमशः 83 और 56 रनों का योगदान दिया। इसके बाद भारत के नियमित अंतराल पर विकेट गिरते रहे जिसके कारण वह 46वें ओवर में छह विकेट पर 219 रन पर पहुंच गए।
इसके बाद मैच आखिरी ओवर तक पहुंच गया जहां भारत को सात रनों की जरूरत थी। पाकिस्तान की ओर से मोहम्मद आमिर गेंदबाजी के लिए आए। भारत की ओर से सुरेश रैना और हरभजन सिंह क्रीज पर थे। दूसरी गेंद पर रैना आउट हो गए जिसके बाद मैच का पूरा दारोमदार ऑफ स्पिनर पर भज्जी पर आ गया। इसके बाद आमिर ने भज्जी को एक शॉर्ट-ऑफ-लेंथ गेंद फेंकी जिसे भज्जी ने ऑन-साइड की बाउंड्री के ऊपर से मारा और रोमांचक मुकाबले में टीम को जीत दिला दी।
इरफान पठान
टी20 विश्व कप के चार महीने बाद भारत ओर श्रीलंका के बीच एक सीरीज खेला गया। मेजबान टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। श्रीलंका की ओर से कप्तान तिलकरत्ने दिलशान ने बल्ले से 47 गेंदों में 61 रन की बदौलत श्रीलंका ने चार विकेट पर 171 रन बनाए।
भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही और वह नियमित अंतराल पर विकेट गंवाते रहे। सुरेश रैना और युवराज सिंह ने पारी की बीच में टीम को संभाला लेकिन वह भी जल्द आउट हो गए। 15.1 ओवरों के बाद भारत का स्कोर 115 रन पर सात विकेट हो चुका था। भारत को 29 गेंदों पर 56 रन चाहिए थे, और क्रीज पर यूसुफ पठान और उनके छोटे भाई इरफान पठान मौजूद थे।
इसके बाद दोनों ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए मैच को भारत के पक्ष में कर दिया और फिर टीम के अंतिम ओवर में केवल पांच रन चाहिए थे। पहली गेंद पर युसूफ ने सिंगल लिया और दूसरी गेंद पर पठान ने मिडविकेट पर छक्का लगाया और भारत के लिए जीत सुनिश्चित की।