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रणजी ट्रॉफी 2022 की बेस्ट प्लेइंग इलेवन के बारे में जानिये

रणजी ट्रॉफी का 2021/22 एडिशन मध्य प्रदेश ने मुंबई को छह विकेट से हराते हुए अपने नाम कर लिया। टूर्नामेंट का लीग स्टेज फरवरी-मार्च में खेला गया था, जबकि नॉक-आउट जून के महीने में खेले गए थे। एमपी ने सेमीफाइनल में बंगाल को 174 रनों से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी जबकि मुंबई ने पहली पारी की बढ़त के आधार पर उत्तर प्रदेश के खिलाफ सेमीफाइनल मैच अपने नाम किया था।

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इस सीजन में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों ने अपनी-अपनी टीमों के लिए अच्छा प्रदर्शन करके दिखाया है। तो आज हम आपको इस सीजन की रणजी ट्रॉफी की सर्वश्रेष्ठ प्लेइंग इलेवन के बारे में बताने जा रहे है।

सलामी बल्लेबाज- यश दुबे और यशस्वी जायसवाल

इस सीजन में एमपी के यश दुबे (Yash Dubey) और मुंबई के यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए अपनी छाप छोड़ी। दुबे ने 76.75 की औसत से दो शतक और एक अर्धशतक की मदद से 614 रन बनाए। इस सीजन में उनका हाईएस्ट स्कोर 289 रन रहा। उन्होंने फाइनल मैच में भी 133 रन की पारी खेली थी।

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जायसवाल ने लीग स्टेज में हिस्सा नहीं लिया था, लेकिन आईपीएल में अच्छे प्रदर्शन के बाद वह इस टूर्नामेंट में आए थे। उन्होंने रणजी के इस सीजन में छह पारियों में, 83 की औसत से 498 रन बनाए। उन्होंने यूपी के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में 181 रन की पारी खेली।

मिडिल आर्डर- रजत पाटीदार और सरफराज खान, मनदीप सिंह (कप्तान), चेतन बिष्ट (विकेटकीपर)

नंबर तीन और चार के लिए इस प्लेइंग इलेवन में रजत पाटीदार (Rajat Patidar) और सरफराज खान (Sarfaraz Khan) जैसे खिलाड़ी खेलेंगे। दोनों खिलाड़ी आईपीएल में भी खेले थे लेकिन पाटीदार ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए ज्यादा अच्छा प्रदर्शन किया था।

रणजी ट्रॉफी के इस सीजन में नौ पारियों में पाटीदार ने 82.25 की औसत से 658 रन बनाए, जिसमें दो शतक और पांच अर्धशतक शामिल हैं। उन्होंने फाइनल मैच में भी 122 और 30 रन की पारी खेली थी।

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सरफराज ने रणजी ट्रॉफी के इस सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाये। उन्होंने नौ पारियों में 122.75 की औसत से 982 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने चार शतक भी जड़े। उन्होंने लीग स्टेज में सौराष्ट्र के खिलाफ हाईएस्ट 275 रन का स्कोर बनाया।

इस इलेवन में पांचवें और छह नंबर के स्थान पर अनुभवी मनदीप सिंह (Mandeep Singh) और चेतन बिष्ट (Chetan Bist) संभालेंगे। मनदीप सिंह पंजाब के लिए खेले, जबकि बिष्ट नागालैंड के लिए खेले। मंदीप ने छह पारियों में 376 रन बनाए और 94 की औसत से टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे।

बिष्ट ने 2014 में राजस्थान के लिए डेब्यू किया लेकिन 2020/21 सीजन से नागालैंड चले गए। उन्होंने इस सीजन में छह पारियों में 623 रन के साथ टूर्नामेंट में तीसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे।

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ऑलराउंडर- शाहबाज अहमद, शम्स मुलानी

बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाजी ऑलराउंडर शाहबाज अहमद (Shahbaz Ahmed) और शम्स मुलानी (Shams Mulani) ने क्रमशः बंगाल और मुंबई के लिए अच्छा प्रदर्शन करते हुए अपनी छाप छोड़ी। शाहबाज ने 10 पारियों में 60.25 की औसत से 482 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने तीन अर्द्धशतक और एक शतक लगाया। उन्होंने सेमीफाइनल मैच में मध्य प्रदेश के खिलाफ 116 रन का अपना हाईएस्ट फर्स्ट क्लास स्कोर बनाया। वहीं गेंदबाजी करते हुए 20 विकेट अपने नाम किये।

वहीं मुलानी ने 45 विकेट के साथ टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज के रूप में उभरे। बाएं हाथ के इस खिलाड़ी ने 321 रन बनाते हुए शानदार प्रदर्शन किया। फाइनल मैच में उन्होंने आठ विकेट लिए और 29 रन का योगदान दिया।

गेंदबाज- कुमार कार्तिकेय, गौरव यादव, मुकेश कुमार

इस प्लेइंग इलेवन में कुमार कार्तिकेय (Kumar Kartikeya), गौरव यादव (Gaurav Yadav) और मुकेश कुमार (Mukesh Kumar) अपना नाम दर्ज करवाने में सफल रहे है। एमपी के स्पिनर कार्तिकेय ने इस सीजन में 32 विकेट लिए। यादव ने एमपी के लिए पांच मैचों में 18.91 के औसत से 23 विकेट लिए। 30 वर्षीय गौरव ने फाइनल में छह विकेट लिए। बंगाल के तेज गेंदबाज मुकेश ने पांच मैचों में 24.75 के औसत से 20 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया।

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