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जानिये बीसीसीआई, ईसीबी और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया 3 बड़े क्रिकेट बोर्ड एक साल में कितना रेवेन्यू कमाते हैं

3 बड़े क्रिकेट बोर्ड, बीसीसीआई, इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए), इस समय दुनिया में सबसे अमीर हैं, लेकिन लोग अक्सर जानने की कोशिश करते हैं कि वे वास्तव में प्रति वर्ष कितना रेवेन्यू कमाते हैं, उनके सोर्सेज क्या हैं। इन तीनों क्रिकेट बोर्ड में सबसे अमीर कौन है।

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प्रत्येक क्रिकेट बोर्ड के रेवेन्यू के अलग-अलग सोर्सेज होते हैं जिसमें उनकी जर्सी स्पॉन्सरशिप डील, टाइटल स्पॉन्सरशिप डील, किट स्पॉन्सरशिप डील और अन्य सामान शामिल हैं, लेकिन किसी भी क्रिकेट बोर्ड के लिए रेवेन्यू का सबसे बड़ा सोर्स उनके मैदानों पर इंटरनेशनल मैचों के लिए ब्रॉडकास्ट डील है।

अपने स्वयं के रेवेन्यू सोर्सेज के अलावा, बड़े 3 क्रिकेट बोर्ड सहित प्रत्येक क्रिकेट बोर्ड को आईसीसी के ब्रॉडकास्ट रेवेन्यू से भी एक हिस्सा मिलता हैं। वर्ल्ड कप, चैंपियंस ट्रॉफी और वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) फाइनल से अपना ब्रॉडकास्ट रेवेन्यू बनाता है। तो आज हम आपको बताएंगे 3 बड़े क्रिकेट बोर्ड एक साल में कितना रेवेन्यू कमाते हैं।

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1. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई)

बीसीसीआई ने हाल ही में आईपीएल के ब्रॉडकास्ट के लिए 5 साल की डील 48390 करोड़ रुपये में की है। बीसीसीआई को अपने आईपीएल ब्रॉडकास्ट रेवेन्यू का 50% आईपीएल फ्रेंचाइजी के साथ शेयर करना है, जिसका अर्थ है कि इस नयी डील से बीसीसीआई को 5 साल के लिए 24195 करोड़ रुपये मिलेंगे।

इस हिसाब से एक साल का 4839 करोड़ रुपये बैठता हैं। इसके अलावा, भारत के घरेलू इंटरनेशनल मैचों के ब्रॉडकास्ट के लिए स्टार स्पोर्ट्स के साथ बीसीसीआई का मौजूदा डील 6138 करोड़ रुपये का है, जो सालाना 1227 करोड़ रुपये है।

बीसीसीआई को इस राशि को आईपीएल फ्रेंचाइजी के साथ शेयर करने की आवश्यकता नहीं है। फिलहाल बीसीसीआई का आधिकारिक जर्सी स्पॉन्सर बायजू है। उन्होंने बीसीसीआई के साथ अपने पुराने करार को और 18 महीने के लिए बढ़ा दिया है। यह डील 55 मिलियन अमरीकी डालर की है, जो सालाना 292 करोड़ रुपये तक आता है।

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वहीं बीसीसीआई का टाइटल स्पांसर पेटीएम है जिसे जल्द ही मास्टरकार्ड से बदल दिया जाएगा। बीसीसीआई के साथ उनकी डील 4 साल के लिए 326 करोड़ रुपये की है, जो सालाना 81.5 करोड़ रुपये रह जाता हैं। आईसीसी के ब्रॉडकास्ट रेवेन्यू से बीसीसीआई को हर साल न्यूनतम 250 करोड़ मिलने की गारंटी है और यह संख्या कुछ सिनेरियो में और बढ़ सकती हैं। इस हिसाब से बीसीसीआई का हर साल कुल रेवेन्यू वर्तमान में लगभग 6688 करोड़ रुपये है।

2. इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी)

स्काई स्पोर्ट्स के साथ ईसीबी की वर्तमान डील सालाना 260 मिलियन अमरीकी डालर है जो भारतीय रुपयों के अनुसार 2074 करोड़ रुपये बैठती हैं। इसमे इंग्लैंड क्रिकेट के घरेलू इंटरनेशनल मैच और हाल ही में लांच की गयी फ्रेंचाइजी टूर्नामेंट द हंड्रेड शामिल है। चूंकि द हंड्रेड में अभी तक कोई निजी इक्विटी नहीं है, ईसीबी को सभी ब्रॉडकास्ट मनी अपने पास रखने के लिए मिलता है और अभी तक किसी भी प्राइवेट स्टेकहोल्डर्स के साथ कोई रेवेन्यू शेयर नहीं किया गया है।

ईसीबी का जर्सी स्पांसर सिंच है जो उन्हें हर साल 6.5 मिलियन पाउंड की राशि का भुगतान करता है, जो लगभग 61 करोड़ रुपये बैठती है। ईसीबी का टाइटल स्पांसर विटैलिटी है जो उन्हें हर साल 2 मिलियन पाउंड का भुगतान करता है जो लगभग 18 करोड़ रुपये बैठता हैं। आईसीसी के ब्रॉडकास्ट रेवेन्यू में ईसीबी का हिस्सा सालाना कम से कम 120 करोड़ रुपये है।

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ईसीबी ने हाल ही में सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क के साथ इंग्लैंड के घरेलू इंटरनेशनल मैचों, विटैलिटी ब्लास्ट टी20 गेम्स और रॉयल लंदन वन डे कप (आरएलओडीसी) को भारत में दिखाने के लिए एक डील की है। हालाँकि, उस डील का सही मूल्य अभी तक पता नहीं चल पाया है। इस हिसाब से ईसीबी का वर्तमान रेवेन्यू हर साल लगभग 2274 करोड़ रुपये है।

3. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए)

सीए का फॉक्सटेल और सेवन नेटवर्क के साथ उनके घरेलू इंटरनेशनल मैचों और बिग बैश लीग (बीबीएल) के ब्रॉडकास्ट के लिए 6 साल की डील की है जिससे उन्हें 1.182 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (एयूडी) मिलते हैं। भारतीय रुपयों के अनुसार यह 6 साल के लिए 6509 करोड़ और सालाना 1084 करोड़ बैठता हैं।

चूंकि बीबीएल के पास भी कोई निजी इक्विटी नहीं है, सीए सभी ब्रॉडकास्टर्स पैसे अपने पास रखता हैं। सीए ने हाल ही में भारतीय ब्रॉडकास्टर स्टार स्पोर्ट्स के साथ बीबीएल के मैचों और ऑस्ट्रेलिया के घरेलू इंटरनेशनल मैचों के लिए सात साल के लिए भारत में दिखाने के लिए एक डील की है। यह डील 7 सालों के लिए 250 मिलियन अमरीकी डालर है। भारतीय रुपयों के अनुसार इस हिसाब से 7 साल का 1994 करोड़ और एक साल का 284 करोड़ हो जाता हैं।

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सीए की जर्सी स्पांसर एलिंटा एनर्जी उन्हें 4 साल के लिए 30 मिलियन ऑस्ट्रेलियाई डॉलर का भुगतान करती है, जो 4 साल के लिए 165 करोड़ रुपये और सालाना 41.25 करोड़ रुपये हो जाता हैं। अपने टाइटल स्पांसर डेटॉल के साथ सीए की डील का सही मूल्य अभी तक पता नहीं है। सीए को हर साल आईसीसी के ब्रॉडकास्ट रेवेन्यू से115 करोड़ रुपये मिलते हैं। मिली जानकारी के अनुसार सीए का सालाना वर्तमान रेवेन्यू लगभग 1524 करोड़ रुपये है।

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