अपने टेस्ट डेब्यू के लगभग एक साल बाद ही एबी डिविलियर्स (AB de Villiers) को वनडे में पहला मौका मिला। यह इंग्लैंड के खिलाफ था और यह मैच मंगाउंग ओवल, ब्लोमफोंटेन में खेला गया था। इस मैच में उन्होंने 20 रन बनाये थे। हालाँकि वह वनडे में 10000 रन के आंकड़े को नहीं छू सके लेकिन पचास से ऊपर की औसत और सौ से ऊपर की स्ट्राइक रेट से 8000 से अधिक रन बनाकर अपना प्रभाव छोड़ा।
एबी ने अपने करियर में 228 मैच खेले और 53.5 के औसत से 9577 रन बनाये है। वनडे में उनके नाम 25 शतक और 53 अर्धशतक दर्ज है। एबी डिविलियर्स के नाम सबसे तेज वनडे शतक भी दर्ज है। तो हम आपको दक्षिण अफ्रीका (South Africa) की उस प्लेइंग इलेवन के बारे में बताने जब एबी डिविलियर्स ने अपना वनडे डेब्यू किया था।
सलामी बल्लेबाज: ग्रीम स्मिथ (कप्तान) और एबी डिविलियर्स
अपने टेस्ट डेब्यू की तरह, ग्रीम स्मिथ और एबी डिविलियर्स ने बल्लेबाजी की शुरुआत की, जब दाएं हाथ के बल्लेबाज डिविलियर्स ने भी अपना वनडे डेब्यू किया था।
बल्ले के अलावा, स्मिथ ने टीम के एकमात्र स्पिनर के रूप में भी काम किया। इस मैच भी उन्होंने दो ओवर फेंके। टेस्ट की तरह ही एबी डिविलियर्स ने भी अपने वनडे करियर की शुरुआत एक सलामी बल्लेबाज के रूप में की थी।
मिडिल आर्डर: हर्षल गिब्स, एशवेल प्रिंस और मार्क बाउचर (विकेटकीपर)
दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट टीम का मिडिल आर्डर शानदार था। मिडिल आर्डर में प्रोटियाज के लिए गिब्स एक आक्रामक विकल्प थे। हालांकि एशवेल प्रिंस एक विशेषज्ञ बल्लेबाज हैं।
बाएं हाथ के बल्लेबाज प्रिंस इस मैच में 8वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए नजर आये थे। मार्क बाउचर, हमेशा की तरह, लोअर मिडिल आर्डर में दक्षिण अफ्रीका के लिए विकल्प थे।
ऑलराउंडर: जैक कैलिस, जस्टिन केम्प और एंड्रयू हॉल
दक्षिण अफ्रीका के पास सेटअप में हमेशा बहुत सारे ऑलराउंडर मौजूद थे। इस मैच में भी उनके पास फाइनल इलेवन में कैलिस, केम्प और हॉल जैसे खिलाड़ी थे। कैलिस और केम्प ने बल्ले से अच्छा प्रदर्शन किया था जबकि एंड्रयू हॉल ने गेंद से अपनी छाप छोड़ी थी।
गेंदबाज: शॉन पोलाक, मखाया एंटिनी और आंद्रे नेल
दक्षिण अफ्रीका इलेवन में एंटिनी, शॉन पोलक और नेल विशेषज्ञ तेज गेंदबाज थे जब एबी डिविलियर्स ने अपना वनडे डेब्यू किया। दक्षिण अफ्रीका के पास हमेशा तेज गति का आक्रमण रहा है। इस खेल के लिए यह अलग नहीं था।