हर क्रिकेटर का सपना होता है कि वह अपने देश के लिए कप्तानी करे। किसी भी टीम का सबसे लोकप्रीय खिलाड़ी टीम का कप्तान होता है। कप्तानी के साथ खिलाड़ी पर जिम्मादारी भी आती है, इस दौरान कई कप्तान सफल होते हैं तो कई कप्तानों को कठिन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
हर कप्तान एक दिन अपने अंतरराष्ट्रीय करियर से संन्यास की घोषणा करता है जिसके बाद टीम का उपकप्तान उस जिम्मेदारी को निभाता है। कई खिलाड़ियों ने कप्तान रहते ही अपने अंतरराष्ट्रीय करियर से रिटायर होने का फैसला किया है। ऐसे में इस आर्टिकल में हम उन चार कप्तानों के बारे में जानेंगे जिन्होंने कप्तान रहते ही रिटायर होने का निर्णय लिया।
इयोन मोर्गन
मोर्गन ने अपनी कप्तानी में इंग्लैंड को पहली वनडे वर्ल्ड कप जीताया था। उन्होंने हाल ही में इंग्लैंड और निदरलैंड के बीच खेले गए तीन वनडे मैचों की सीरीज में कप्तानी की जिसमें टीम को 3-0 से जीत मिली। इस सीरीज के बाद मोर्गन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से रिटायर होने का फैसला किया।
एमएस धोनी
धोनी ने अपनी कप्तानी में भारतीय टीम को कई खिताब दिलाए। जिसमें टी20 विश्व कप, वनडे विश्व कप और चैंपियंस ट्राफी का खिताब मुख्य है। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से साल 2014 में अचानक से संन्यास की घोषणा की तब भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के दौरा पर थी। इसके बात टीम की कमान विराट कोहली को सौंप दी गई थी।
कायरन पोलार्ड
पोलार्ड ने इस साल आईपीएल के दौरान अंतरराष्ट्रीय टीम से संन्यास का ऐलान किया था। उन्होंने पिछले साल यूएई में आयोजित हुई टी20 विश्व कप में वेस्टइंडीज टीम की कप्तानी की थी। पोलार्ड के बाद विकेट कीपर बल्लेबाज निकोल्स पूरन को टीम की कमान सौंपी गई।
पीटर सीलर
नीदरलैंड के कप्तान पीटर सीलर काफी दिनों से अपने चोट के कारण परेशानियों का सामना कर रहे थे। हाल में इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में उन्होंने पहले मैच में कप्तानी की थी लेकिन एक बार फिर उनके क्रिकेट करियर के बीच में चोट आ गया जिसके कारण उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से रिटायर होने का फैसला किया। उनकी जगह स्कॉट एडवर्ड्स को नीदरलैंड का नया कप्तान नियुक्त किया गया।