भारतीय टीम को किसी त्रिकोणीय श्रृंखला में देखे हुए एक अरसा हो गया। पहले अक्सर भारतीय टीम ट्राई सीरीज (tri-series) खेलती थी। अब ऐसा कम ही देखने को मिलता है। पिछले चार वर्षों में भारत ने मल्टी नेशनल टूर्नामेंट के नाम पर सिर्फ वर्ल्ड कप या एशिया कप ही खेला है। उनके अलावा भारत आजकल सिर्फ द्विपक्षीय श्रृंखलाएं ही खेल रहा है।
कई खेल विशेषज्ञों का मानना है कि त्रिकोणीय मुकाबले, दो देशों के बीच होने वाली सीरीज से ज्यादा मजेदार और रोमांचक हो सकते हैं। अभी ही वर्ल्ड कप से पहले अपनी तैयारियों का एक अंतिम बार जायज़ा लेने के क्रम में पाकिस्तान और बांग्लादेश की टीमें न्यूजीलैंड गई हैं, जहां वे अगले एक हफ्ते के भीतर त्रिकोणीय सीरीज खेलेंगी।
भारत ने अपनी आखिरी ट्राई सीरीज (tri-series) निधास ट्रॉफी खेली थी। जिसमें बाकी दो टीमें श्री लंका और बांग्लादेश की थीं। इस सीरीज के फाइनल में दिनेश कार्तिक द्वारा खेली गई पारी से ही कार्तिक ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी वापसी का ऐलान किया था और आज टी-20 वर्ल्ड कप में जाने वाली टीम में मुख्य फिनिशर का पद संभाले हुए, टीम का हिस्सा हैं। साल 2022 में तीन बार ऐसे मौके आये जब बीसीसीआई और आईसीसी एक त्रिकोणीय श्रृंखला का आयोजन करा सकते थे। इस आर्टिकल में जाने कब थे वे मौके:-
1.) सितम्बर, 2022
एशिया कप और वर्ल्ड कप के बीच जो समय था, उस समय में भारत ने ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका को अपने यहाँ खेलने इनवाइट किया था। यदि तीनों टीमें इसके लिए राजी होतीं और अपने क्रिकेट कैलेंडर ढंग से तैयार करतीं तो दो अलग-अलग टी-20 सीरीज़ की जगह भारत, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका की एक त्रिकोणीय श्रृंखला भी हो सकती थी। वर्ल्ड कप के तुरंत पहले एक प्रतियोगी सीरीज़ खेलने से तीनों टीमों को अपनी तैयारी जांचने-परखने में मदद मिलती।
2.) जुलाई, 2022
जुलाई के महीने में भारत और दक्षिण अफ्रीका, दोनों देशों की टीमें इंग्लैंड में सीरीज़ खेलने गयी हुई थीं। तब इंग्लैंड ने पहले भारत और फिर दक्षिण अफ्रीका के साथ दो द्विपक्षीय सीरीज़ खेली थीं। उस समय यह मौका था कि यदि तीनों बोर्ड्स राजी होते तो भारत, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच एक रोमांचक सीरीज़ देखने को मिल सकती थी। ऐसा होने की सूरत में मुमकिन था कि फैंस और ब्रॉडकास्टर्स को भी कुछ रोमांचक मैच देखने को मिलते।
3.) जून/जुलाई 2022
भारत और इंग्लैंड की जुलाई में हुई सीरीज़ से पहले ही भारत की एक टीम इंग्लैंड में टेस्ट के लिए प्रैक्टिस मैचेस खेल रही थी, उसी समय भारत की एक दूसरी टीम कई युवा खिलाड़ियों के साथ आयरलैंड का दौरा कर रही थी। यदि उसी समय बातचीत करके इंग्लैंड भी अपनी एक टीम आयरलैंड भेजने को राजी हो जाता तो वहाँ पर भी एक शानदार त्रिकोणीय श्रृंखला का मौका था। आयरलैंड ने उस सीरीज़ में भारत के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया था और अगर इंग्लैंड की टीम भी वहाँ जा सकती तो शायद सीरीज़ कुछ और रोमांचक हो सकती थी।