आईसीसी टी 20 विश्वकप के बाद विराट कोहली टी20 क्रिकेट टीम की कप्तानी छोड़ चुके हैं। इस बीच ऐसी भी चर्चाएं हैं कि बीसीसीआई वनडे टीम की कमान भी रोहित शर्मा को सौंपने पर विचार कर रही है। ऐसा माना जा रहा है कि, साल 2023 में होने वाले 50 ओवर के वर्ल्डकप में बीसीसीआई टी 20 और 50 ओवर्स में एक ही कप्तान की नियुक्ति चाहता है।
गौरतलब है कि, विराट कोहली ने साल 2013 में एमएस धोनी की अनुपस्थिति में श्रीलंका के खिलाफ त्रिकोणीय श्रृंखला के पहली बार एकदिवसीय क्रिकेट में भारत की कप्तानी की थी। इसके बाद विराट कोहली 2017 में पूर्णकालिक एकदिवसीय कप्तान बने जब एमएस धोनी ने इस पद से इस्तीफा दिया था। तब से अब तक विराट ही भारतीय वनडे टीम के कप्तान रहे हैं।
विराट कोहली ने 95 एकदिवसीय मैचों में भारत की कप्तानी की है और भारत उनमें से 65 में जीत हासिल करने में सफल रहा है। उनका जीत प्रतिशत 68.42% है जो किसी भी कप्तान के लिए बहुत अच्छा है। कम से कम 20 मैचों में कप्तानी करने के बाद किसी अन्य भारतीय कप्तान का इतना प्रतिशत नहीं रहा है।
लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि जब विराट कोहली ने पहली बार एकदिवसीय क्रिकेट में भारत की कप्तानी की तो प्लेइंग इलेवन क्या थी। इसलिए, आइए एक नजर डालते हैं विराट कोहली की पहली बार कप्तानी वाली प्लेइंग इलेवन पर।
सलामी बल्लेबाज-रोहित शर्मा और शिखर धवन:
रोहित शर्मा और शिखर धवन ने साल 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी में एक साथ ओपनिंग शुरू की थी। इन दोनों की जोड़ी शुरुआत में ही हिट हो गई थी। इंग्लैंड में आयोजित चैम्पियंस ट्रॉफी में ओपनर जोड़ी का यह फॉर्मूला काम कर गया क्योंकि दोनों ने रन बनाए और भारत ट्रॉफी जीत गया। इसलिए, वेस्टइंडीज में हुई त्रिकोणीय श्रृंखला में भी इस जोड़ी को ही पारी की शुरुआत करने के लिए भेजा गया था।
विराट कोहली की कप्तानी वाले पहले मैच में श्रीलंका ने 50 ओवरों में 348/1 का विशाल स्कोर बनाया था और जवाब में भारत के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा और शिखर धवन क्रमशः 5 और 24 रन बनाकर आउट हो गए। बेशक उस मैच में ये दोनों प्लेयर फेल हो गए थे। लेकिन, लेफ्ट-राइट कॉम्बिनेशन के साथ आज भी यह जोड़ी ओपनिंग के लिए बेस्ट है।
मध्यक्रम-मुरली विजय, विराट कोहली और सुरेश रैना:
इस मैच में महेंद्र सिंह धोनी की जगह बदलाव के रूप में मुरली विजय को शामिल किया गया था। चूंकि, वह टीम में बैकअप ओपनर थे, इसलिए उन्हें नंबर 3 पर बल्लेबाजी करने के लिए कहा गया। विराट कोहली ने नंबर 4 पर बल्लेबाजी की और सुरेश रैना उनके बाद बल्लेबाजी करने आए।
श्रीलंका के विरुद्ध बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए मुरली विजय 30 रन बनाने में सफल रहे, जबकि भारतीय कप्तान ने केवल 2 रन बनाए। सुरेश रैना 33 गेंदों पर 33 रन बनाकर रन आउट हो गए। यानि, महेंद्र सिंह धोनी की अनुपस्थिति में मध्यक्रम पूरी तरह बिखर गया था।
विकेटकीपर और ऑलराउंडर-दिनेश कार्तिक और रवींद्र जडेजा:
दिनेश कार्तिक पहले से ही एमएस धोनी की मौजूदगी में भी प्लेइंग इलेवन में थे, क्योंकि वह मध्य क्रम में शानदार बल्लेबाजी कर रहे थे। लेकिन इस मैच में धोनी के उपलब्ध नहीं होने के कारण उन्हें विकेट कीपिंग करने का मौका दिया गया था। शानदार फॉर्म में चल रहे कार्तिक उस मैच में कुछ खास नही कर सके और मात्र 22 रन बनाकर आउट हो गए थे।
रविन्द्र जड़ेजा हमेशा ही टीम इंडिया के लिए बेहतरीन साबित हुए हैं। इस ऑल राउंडर ने दवाब के बावजूद बेहतरीन बल्लेबाजी की और 4 चौकों तथा 1 छक्के की मदद से 62 गेंदों में नाबाद 49 रन बनाए। हालांकि, गेंदबाजी में वह कुछ खास नही कर सके थे।
गेंदबाज-आर अश्विन, मोहम्मद शमी, इशांत शर्मा और उमेश यादव:
विराट कोहली की कप्तानी वाले पहले मैच में रविचंद्रन अश्विन एक मात्र सफल गेंदबाज थे क्योंकि श्रीलंका का जो एक मात्र विकेट पतन हुआ था वह अश्विन को ही हासिल हुआ था। तेज गेंदबाजी करने वाली तिकड़ी में मोहम्मद शमी, इशांत शर्मा और उमेश यादव शामिल थे।
लेकिन, कोई भी तेज गेंदबाज श्रीलंका की रन गति रोकने और विकेट लेने में सफल नही हो सका। उस मैच में स्थितियां यह थीं कि, किसी भी रेगुलर गेंदबाज की इकॉनमी 6 से कम नही थी। जबकि, उमेश यादव की इकॉनमी 8.00 थी। यही कारण है कि, श्रीलंका 348 रन बनाने में सफल हुआ था। चूंकि, इस मैच में भारतीय बैटिंग ऑर्डर पूरी तरह विफल हो गया था इसलिए, इस मैच में भारत को 161 रनों की करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था।
विराट कोहली की कप्तानी वाले पहले वनडे मैच की प्लेइंग इलेवन इस प्रकार थी:
रोहित शर्मा, शिखर धवन, मुरली विजय, विराट कोहली (कप्तान), सुरेश रैना, दिनेश कार्तिक (विकेटकीपर), रवींद्र जड़ेजा, रविचंद्रन अश्विन, उमेश यादव, ईशांत शर्मा और मोहम्मद शमी