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वो 5 क्रिकेटर्स जिन्होंने पैसों की तंगी के चलते रिटायरमेंट के बाद दूसरे प्रोफेशन को अपना लिया

क्रिकेट की जब शुरुआत हुई थी तब खिलाड़ियों की इतनी ज्यादा कमाई नहीं होती थी। हालांकि जब से दुनियाभर में टी20 लीग खेली जाने लगी है। तब से क्रिकेटरों को पैसे के साथ-साथ फेम भी मिलने लगा है।

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वहीं कई क्रिकेटरों ने रिटायरमेंट के बाद पैसों की तंगी के चलते दूसरे प्रोफेशन को अपनाया है। तो आज हम आपको ऐसे ही 5 क्रिकेटरों के बारे में बताने जा रहे है।

1. क्रिस केर्न्स

90 के दशक के सबसे महान ऑलराउंडरों में से एक क्रिस केयर्न्स इस लिस्ट में टॉप क्योंकि वह अब अपना समय ट्रक चलाने या बस शेल्टर की सफाई करते हैं जिसके लिए उन्हें प्रति घंटे 17 डॉलर मिलते हैं।

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टैलेंटेड ऑलराउंडर मैच फिक्सिंग विवाद में तब फंस गए जब उनके पूर्व साथी लू विंसेंट ने कहा कि क्रिस ने उन्हें मैच फिक्स करने का लालच दिया था, जिसमें मैचों के लिए नकद और सेक्स के प्रस्ताव शामिल थे। इसी वजह से उन्हें पैसों की तंगी हो गयी थो और वो ट्रक चलाने की नौकरी करने लगे थे।

2. इवेन चैटफील्ड

यह कीवी तेज गेंदबाज 1980 के दशक में अपने बेहतरीन स्किल्स के लिए जाना जाता था। उन्होंने न्यूजीलैंड के लिए 43 टेस्ट खेले है और 32.18 की औसत के साथ 123 विकेट लिए है। वहीं 114 वनडे मैचों में उन्होंने 140 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया था।

रिटायरमेंट के बाद चैटफील्ड ने कोचिंग भी दी लेकिन उसमें वो कामयाब नहीं हो पाए थे। फिर उन्होंने लॉन घास काटने में हाथ आजमाया, एक डेयरी फार्म में काम किया और यहां तक ​​कि एक चिप की दुकान में सेल्समैन की नौकरी भी की। आखिरकार वे वेलिंगटन में कॉरपोरेट कैब्स के लिए ड्राइवर बन गए।

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3. डिक मोट्ज

डिक मोट्ज़ 100 टेस्ट विकेट लेने वाले पहले न्यूजीलैंडर थे। वह पहले टेस्ट गेंदबाज भी थे जिन्हें पिच पर दौड़ने के लिए गेंदबाजी करने से बैन कर दिया गया था।

मोट्ज़ का रिटायरमेंट के बाद का जीवन काफी मुश्किल भरा था जहाँ उन्होंने आजीविका कमाने के लिए क्राइस्टचर्च में टैक्सी चलाने का काम करना पड़ गया था।

4. आर्थर मैली

ऑस्ट्रलिया के इस स्पिनर ने अपने देश के लिए 21 टेस्ट मैच खेले है 33.92 की औसत के साथ 99 बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाने में कामयाबी हासिल की है। रिटायरमेंट के बाद वो पैसों की तंगी के चलते एक मजदूर बन गए थे।

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हालांकि उन्होंने एक पत्रकार के रूप में काम करना, क्रिकेट पर लिखना और क्रिकेटरों के कार्टून बनाना जारी रखा। उन्होंने सिडनी के उपनगरीय इलाके में एक कसाई की दुकान भी सेटअप की थी।

5. क्रिस ओल्ड

क्रिस ओल्ड, एशेज के पूर्व हीरो जिन्होंने 1981 में इंग्लैंड को जीत दिलाने के लिए बल्ले और गेंद दोनों से महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। संन्यास लेने के बाद गरीबी से भरे जीवन से बाहर निकलने के लिए उन्होंने कई तरह की नौकरियां की।

ओल्ड ने इंग्लैंड के लिए 46 टेस्ट मैच खेले है और 28.11 की औसत के साथ 143 विकेट अपने नाम किये है। वहीं 32 वनडे मैचों में उन्होंने 22.2 की औसत के साथ 45 विकेट अपने नाम किये है।

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